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This Article is From Nov 14, 2022

कनाडा की सेना में भारतीय मूल के निवासियों का रास्ता खुला, पूरी करनी होंगी यह शर्तें

कनाडा की सेना (Canada Army) में इन दिनों कम भर्ती के आंकड़ों से जूझ रही है. इस फैसले से पांच साल पहले रॉयल कनाडाई माउंटेड पुलिस ने घोषणा की थी कि वो अपनी "पुरानी भर्ती की प्रक्रिया" को बदल रहे हैं.

कनाडा की सेना में भारतीय मूल के निवासियों का रास्ता खुला, पूरी करनी होंगी यह शर्तें
कनाडा (Canada) में 10 साल से रह रहे स्थाई नागरिक अब कनाडा की सेना के लिए अप्लाई कर सकेंगे. (File Photo))        

कनाडा की सेना (Canada Army) में अब भारतीय मूल के नागिरक भी घोषित हो सकेंगे. कनाडा ने हाल में घोषणा की है कि उनके देश में स्थाई निवासी का दर्जा पाए लोग भी अब सेना में शामिल हो सकते हैं. गौरतलब है कि कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं. कनाडा की सेना (Canada Army) में इन दिनों कम भर्ती के आंकड़ों से जूझ रही है. इस फैसले से पांच साल पहले रॉयल कनाडाई माउंटेड पुलिस ने घोषणा की थी कि वो अपनी "पुरानी भर्ती की प्रक्रिया" को बदल रहे हैं. सीटीवी (CTV) के अनुसार, इसका मतलब यह है कि कनाडा में 10 साल से रह रहे स्थाई नागरिक अब कनाडा की सेना के लिए अप्लाई कर सकेंगे.        

स्थाई निवासी इससे पहले केवल स्किल्ड मिलिट्री फॉरेन एप्लीकेंड एंट्री प्रोग्राम (SMFA) के लिए योग्य थे....इसमें ऐसे व्यक्तियों को भर्ती किया जाता था जिसने ट्रेनिंग कॉस्ट घटे या कोई खास काम पूरा होता हो, जैसे प्रशीक्षित पायलट या डॉक्टर.  

अब बदले हुए नियमों के अनुसार, उम्मीदवार कनाडा का नागरिक होना चाहिए और 18 साल से अधिक उम्र होनी चाहिए या फिर 16 साल अगर उनके माता-पिता की सहमति हो. उम्मीदवार को कम से कम 10वीं पा होना चाहिए. अगर वो अफसर बनने की योजना बना रहे हैं तो कम से कम 12वीं पास होना चाहिए. इसके साथ ही स्थाई नागरिक होने की शर्त भी पूरी होनी चाहिए.    

CAF ने इस साल सितंबर में सेना की खाली पड़ी हजारों सीटों के बारे में चेतावनी दी. साथ ही यह कहा था कि इस साल 5,900 सदस्यों को जोड़ने के लक्ष्य का कार्यक्रम भी बताया था.  

जबकि कनाडा की सेना ने यह नहीं कहा है कि क्या इससे सेना में भर्ती को तेजी मिलेगी, रॉयल मिलिट्री कॉलेज ऑफ कनाडा के प्रोफेसर क्रिश्चन लियुप्रेचत ने कहा, भूतकाल में सीएएफ के पास यह लग्ज़री थी कि वो अपने को केवल नागरिकों तक सीमित रखे क्योंकि उसके पास पर्याप्त मात्रा में एल्पलीकेशन आती थीं. लेकिन अब यह मामला वैसा नहीं है." 
उन्होंने आगे यह भी कहा कि सीएएफ ने स्थाई निवासियों के लिए सेना में भर्ती का प्रतिरोध किया था क्योंकि "इससे सिक्योरिटी क्लियरेंस का अतिरिक्त भार और खतरा बढ़ेगा."

लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि गैर नागरिकों को सेना में भर्ती किया जाना कोई नया नहीं है. कई दूसरे देश सालों से ऐसा कर रहे हैं.  

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