ब्रिटेन के आम चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं. 14 सालों से चला आ रहा कंजर्वेटिव पार्टी का शासन अब खत्म हो गया है और लेबर पार्टी सत्ता पर काबिज हो गई है. कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बनेंगे. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को कितनी सैलरी मिलती है और क्या-क्या सुविधाएं दी जाती है? चलिए हम आपको बताते हैं.
इसके साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को रहने के लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर आवास और दफ्तर मिलता है, जहां वो हर दिन के महत्वपूर्ण कामों को लेकर मीटिंग करते हैं. साथ ही एयरक्राफ्ट की सुविधा और गाड़ी भी मिलती है. पीएम को यात्रा, स्टाफ के खर्च समेत दूसरी कई चीजों के लिए भी भत्ता मिलता है. वहीं पद से हटने के बाद भी प्रधानमंत्री को कई आर्थिक फायदे मिलते हैं. उन्हें पूर्व पीएम के तौर पर भी सालाना सैलरी का 25 प्रतिशत मिलता है.
ब्रिटेन के नए पीएम कीर स्टार्मर की कितनी संपत्ति
वहीं ब्रिटेन के नए पीएम कीर स्टार्मर की कुल संपत्ति की बात करें तो पॉलिटिक्स डॉट को डॉट यूके के मुताबिक साल 2021/2022 में, कीर को लेबर सांसद होने के नाते £76,961 सैलरी मिली, वहीं विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें अतिरिक्त £49,193 मिले. वह पहले 2008 से 2013 तक लोक अभियोजन निदेशक और क्राउन अभियोजन सेवा के प्रमुख थे, इस काम के लिए भी उन्हें मोटी सैलरी मिलती थी. साल 2020/21 में, लेबर नेता, जो एक बैरिस्टर भी हैं. उन्हें कानूनी सेवा देने के लिए लिए £21,000 से ज़्यादा मिले.
कौन हैं नए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर
स्टार्मर के पिता एक टूलमेकर थे और उनकी मां एक नर्स के रूप में काम करती थीं. कीर ने रीगेट ग्रामर स्कूल में पढ़ाई की है. बीबीसी के मुताबिक स्कूल के बाद यूनिवर्सिटी जाने वाले वह अपने परिवार के पहले सदस्य बने और लीड्स में दाखिला लिया. जिसके उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में क़ानून की पढ़ाई की. साल 1987 में वो कीर बैरिस्टर बने. कीर मानवाधिकार क़ानून में एक्सपर्ट हैं.
ब्रिटेन में 2 सितंबर, 1962 को जन्मे स्टार्मर पेशे से वकील हैं. लेबर पार्टी के मुताबिक उनका पूरा पेशेवर जीवन जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए रहा है. वह ब्रिटेन की संसद में साल 2020 से प्रतिपक्ष और लेबर पार्टी के नेता हैं. वह 2015 से 2024 के लिए होलबोर्न और सैंट पैनक्रास से सांसद भी चुने गए हैं. स्टार्मर 2008 से 2013 तक सरकारी अभियोजन के निदेशक भी रहे हैं.
पीएम ऋषि सुनक ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है. सुनक ने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे माफ कर दीजिएगा. सुनक ने तय समय से पहले चुनाव कराने का आह्वान करके कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया था. उनकी पार्टी जनमत सर्वेक्षणों में लेबर से 20 अंक पीछे थी, लेकिन सुनक का मानना था कि पिछले चुनावों की तरह ये नतीजे पलट जाएंगे.
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