ब्राजील की जेलों में चल रहे खूनी संघर्ष में इस साल अब तक 140 कैदी मारे जा चुके हैं
रियो डी जनेरियो:
ब्राजील की जेलों में हिंसक वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. एक ताज़ा घटनाक्रम में दो अलग-अलग वारदतों में 32 कैदियों के मारे जाने की ख़बर है. इन वारदातों में कई कैदियों के शव बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिए गए.
दक्षिणी राज्य पराना के पिराक्वेरा स्टे पेनिटेनटिएरी मेंअधिकारियों ने बताया कि क्यूरितिबा शहर में स्थित एक जेल में कैदियों ने विस्फोट कर दीवार उड़ा दी और पुलिस पर गोलीबारी की जिसके बाद 28 कैदी भाग गए. विस्फोट के बाद जेल वार्डन ने कैदियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई.
इसके अलावा उत्तर-पूर्वी राज्य रियो ग्रांदे दो नोर्ते की अलकाउज जेल में कैदियों में खूनी संघर्ष हुआ. राज्य के सार्वजनिक सुरक्षा प्रबंधक काहियो बेजेरा ने 26 कैदियों के मारे जाने की पुष्टि की.
यह भी पढ़े- ब्राजील की जेलों में हिंसा के चलते एक सप्ताह में करीब 100 कैदियों की मौत
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने हिंसा के 14 घंटे बाद जेल में प्रवेश किया और व्यवस्था बहाल की गई. अधिकारियों का कहना है कि जेल के विभिन्न हिस्सों से आकर मादक पदार्थों के दो गिरोहों के सदस्य आपस में भिड़ गए।
ब्राजील के मीडिया के मुताबिक, माना जा रहा है कि जेल में यह हिंसा ब्राजील के सबसे बड़े मादक पदार्थ गिरोह, द फर्स्ट कैपिटल कमांड (पीसीसी) और इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी के सहयोगी गिरोह रेड कमांड के बीच हुई.
इस साल की शुरुआत से ही ब्राजील की जेलों में लगातार हिंसक वारदातें हो रही हैं और अब तक 140 से अधिक कैदी इन वारदातों में मारे जा चुके हैं.
दक्षिणी राज्य पराना के पिराक्वेरा स्टे पेनिटेनटिएरी मेंअधिकारियों ने बताया कि क्यूरितिबा शहर में स्थित एक जेल में कैदियों ने विस्फोट कर दीवार उड़ा दी और पुलिस पर गोलीबारी की जिसके बाद 28 कैदी भाग गए. विस्फोट के बाद जेल वार्डन ने कैदियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई.
इसके अलावा उत्तर-पूर्वी राज्य रियो ग्रांदे दो नोर्ते की अलकाउज जेल में कैदियों में खूनी संघर्ष हुआ. राज्य के सार्वजनिक सुरक्षा प्रबंधक काहियो बेजेरा ने 26 कैदियों के मारे जाने की पुष्टि की.
यह भी पढ़े- ब्राजील की जेलों में हिंसा के चलते एक सप्ताह में करीब 100 कैदियों की मौत
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने हिंसा के 14 घंटे बाद जेल में प्रवेश किया और व्यवस्था बहाल की गई. अधिकारियों का कहना है कि जेल के विभिन्न हिस्सों से आकर मादक पदार्थों के दो गिरोहों के सदस्य आपस में भिड़ गए।
ब्राजील के मीडिया के मुताबिक, माना जा रहा है कि जेल में यह हिंसा ब्राजील के सबसे बड़े मादक पदार्थ गिरोह, द फर्स्ट कैपिटल कमांड (पीसीसी) और इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी के सहयोगी गिरोह रेड कमांड के बीच हुई.
इस साल की शुरुआत से ही ब्राजील की जेलों में लगातार हिंसक वारदातें हो रही हैं और अब तक 140 से अधिक कैदी इन वारदातों में मारे जा चुके हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं