व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान ओबामा रो पड़े (फोटो : AFP)
वॉशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा हैरान है कि बंदूक नियंत्रण उपायों की बात करने के दौरान वह सबके सामने रो कैसे पड़े। इस हफ्ते व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान 2012 के कनेक्टिकट गोलीबारी हादसे में मारे गए बच्चों को याद करते हुए ओबामा के आंसू बह गए थे जिसके बाद समाचार चैनल सीएनएन से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि शायद उनकी इस प्रतिक्रिया से कई लोग उस वक्त भौंचक्के रह गए थे।
बंदूक नियंत्रण नीति पर बात करते हुए ओबामा ने कहा कि इसकी निजी बिक्री के दौरान ज़रूरी है कि ग्राहक की पृष्ठभूमि की अच्छे से और अनिवार्य रूप से जांच की जाए। कनेक्टिकट हादसे को याद करते हुए ओबामा ने कहा कि हमले के दो दिन बाद जब वह न्यू टाउन गए तो वहां उन्होंने पहली बार सीक्रेट सर्विस कर्मियों को रोते हुए देखा। ज़रा सोचिए उन बच्चों के बारे में जो यह समझ ही नहीं सके कि अब उनके भाई बहन कभी घर नहीं आएंगे।
ओबामा का कहना है कि उनके पास कभी भी गन नहीं रही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह बाकी सभी अमेरिकी लोगों के बंदूक खरीदने के संवैधानिक अधिकार को किसी साजिश के तहत छीनना चाहते हैं। उधर रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह बंदूक नियंत्रण पर ओबामा के उपायों से असहमत हैं लेकिन इस मामले पर बात करने के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के आंसू बह जाना काफी स्वाभाविक और उनकी कोशिशों के पीछे की अवधारणा न ही गलत है, न ही उनकी भावना।
बंदूक नियंत्रण नीति पर बात करते हुए ओबामा ने कहा कि इसकी निजी बिक्री के दौरान ज़रूरी है कि ग्राहक की पृष्ठभूमि की अच्छे से और अनिवार्य रूप से जांच की जाए। कनेक्टिकट हादसे को याद करते हुए ओबामा ने कहा कि हमले के दो दिन बाद जब वह न्यू टाउन गए तो वहां उन्होंने पहली बार सीक्रेट सर्विस कर्मियों को रोते हुए देखा। ज़रा सोचिए उन बच्चों के बारे में जो यह समझ ही नहीं सके कि अब उनके भाई बहन कभी घर नहीं आएंगे।
अमेरिका में बंदूक नीति पर बहस तेज है
ओबामा का कहना है कि उनके पास कभी भी गन नहीं रही है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह बाकी सभी अमेरिकी लोगों के बंदूक खरीदने के संवैधानिक अधिकार को किसी साजिश के तहत छीनना चाहते हैं। उधर रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह बंदूक नियंत्रण पर ओबामा के उपायों से असहमत हैं लेकिन इस मामले पर बात करने के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के आंसू बह जाना काफी स्वाभाविक और उनकी कोशिशों के पीछे की अवधारणा न ही गलत है, न ही उनकी भावना।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं