विज्ञापन
This Article is From May 10, 2020

लॉकडाउन के बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का घर पर ही उपचार

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की 74 वर्षीय अध्यक्ष भ्रष्टाचार के दो मामलों में आठ फरवरी, 2018 से 17 साल कैद की सजा काट रही हैं. उन्हें प्रधानमंत्री शेख हसीना की मंजूरी के बाद मानवीय आधार पर 25 महीने की कैद के बाद मार्च में जेल से रिहा किया गया था.

लॉकडाउन के बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का घर पर ही उपचार
प्रतीकात्मक तस्वीर
ढाका:

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और मुख्य विपक्षी नेता खालिदा जिया कई बीमारियों से जूझ रही हैं और कोरोनावायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के बीच यहां घर पर ही उनका इलाज चल रहा है. जिया के परिवार ने यह जानकारी दी. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की 74 वर्षीय अध्यक्ष भ्रष्टाचार के दो मामलों में आठ फरवरी, 2018 से 17 साल कैद की सजा काट रही हैं. उन्हें प्रधानमंत्री शेख हसीना की मंजूरी के बाद मानवीय आधार पर 25 महीने की कैद के बाद मार्च में जेल से रिहा किया गया था. रिहा होने के बाद जिया को उनके घर ‘फिरोजा' लाया गया. हालांकि, बीएनपी के नेता उन्हें बेहतर इलाज के लिए यूनाइटेड अस्पताल में भर्ती कराने की मांग कर रहे थे.

जिया की बहन सेलिमा ने शुक्रवार को बताया, ‘देश में मौजूदा स्थिति को देखते हुए फिलहाल उन्हें अस्पताल पहुंचाना संभव नहीं है. उनका घर पर इलाज चल रहा है. उनके इलाज के लिए बनाए गए मेडिकल बोर्ड के सभी सदस्य विशेषज्ञ फिजीशियन हैं.' सेलिमा ने बताया कि जिया अब भी घर में ही पृथक-वास में है और अभी स्वस्थ नहीं हुई हैं. उन्होंने कहा, ‘उनके हाथों और पैरों में दर्द है. उनकी अंगुलियां मुड़ी हुई हैं तथा उन्हें मधुमेह की भी शिकायत है.' डॉक्टर हफ्ते में एक बार उन्हें घर पर देखने आते हैं.

एक डॉक्टर के हवाले से खबर में बताया गया, ‘उन्हें लंबे वक्त तक इलाज की जरूरत है. उन्हें फिजियोथेरेपी करानी होगी और लंबे वक्त तक निगरानी में रहना होगा.' खबर के अनुसार ‘फिरोजा' में डॉक्टरों और जिया के कुछ करीबी रिश्तेदारों को छोड़कर बाकी सभी का प्रवेश प्रतिबंधित है. बता दें, खालिदा जिया 1991 से तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं. उनकी पार्टी 2018 के चुनाव में बुरी तरह हार गई थी और 300 सदस्यीय संसद में उन्हें केवल छह सीटें प्राप्त हुईं.

VIDEO: देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 63,000 के करीब

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com