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This Article is From Aug 25, 2022

तीन साल की बच्ची अंतिम संस्कार के दिन 'हुई ज़िंदा'...कुछ घंटे बाद फिर मृत किया घोषित

अगले दिन जब अंतिम संस्कार हो रहा था तब बच्ची की मां ने देखा कि बच्ची के ताबूत में भीतर सांस के निशान हैं, नमी जमी हुई है. लेकिन शोक मनाने वालों के पहले लगा कि वो बच्ची की मौत का सदमा झेल नहीं पा रही है, इसलिए ऐसा कह रही है. लेकिन बच्ची की दादी ने कैमिला को आंखें हिलाते देख लिया.

तीन साल की बच्ची अंतिम संस्कार के दिन 'हुई ज़िंदा'...कुछ घंटे बाद फिर मृत किया घोषित
तीन साल की बच्ची की तबियत खराब होने पर परिवार लेकर भागा था अस्पताल ( प्रतीकात्मक तस्वीर)

एक तीन साल की लड़की अपने अंतिम संस्कार के दौरान जिंदा हो गई. डॉक्टरों ने उसे "मृत घोषित" कर दिया था. स्थानीय अखबार अल यूनिवर्सल के अनुसार यह घटना 17 अगस्त को मैक्सिको में हुई. इस बच्ची कैमिला रोक्साना मार्टिनेज मेंडोजा की मां ने स्थानीय अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है. विला दे रामोस इलाके में अपने घर में बच्ची के पेट दर्द, उल्टी और बुखार की शिकायत हुई. परिवार बच्ची को अस्पताल लेकर गया. स्थानीय बच्चों के डॉक्टर ने बच्ची की मां मैरी जेन मेंडजा को उसे बड़े अस्पताल ले जाने को कहा. लेकिन उसी समय डॉक्टर ने उसे पेरासिटामोल देकर डिस्चार्ज कर दिया.  

अल यूनिवर्सल को बच्ची की मां ने बताया कि कैमिला की हालत बिगड़ती गई. इसके बाद उसे दूसरे डॉक्टर को दिखाया गया जहां उसे दूसरी दवा दी गई और मां से कहा गया कि वो बच्ची को फल और पानी दें.  

यहां भी हालत में सुधार ना आने पर परिवार बच्ची को एक और अस्पताल के इमरजेंसी रूम में लेकर भागा.  न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, मां का कहना है कि अस्पताल ने बच्ची को ऑक्सीजन देने में बहुत देर की. ड्रिप लगाने के 10 मिनट बाद डॉक्टर ने बच्ची की मां को कहा कि वो उसे "शांति से सोने दें".

डॉक्टरों ने बच्ची की मौत का आधिकारिक कारण डिहाइड्रेशन (dehydration) बताया. अगले दिन जब अंतिम संस्कार हो रहा था तब बच्ची की मां ने देखा कि बच्ची के ताबूत में भीतर सांस के निशान हैं, नमी जमी हुई है. लेकिन शोक मनाने वालों के पहले लगा कि वो बच्ची की मौत का सदमा झेल नहीं पा रही है., इसलिए ऐसा कह रही है. लेकिन बच्ची की दादी ने कैमिला को आंखें हिलाते देख लिया और पाया कि उसकी नब्ज़ चल रही थी.  लड़की को दोबारा एंबुलेंस में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की असफल कोशिश की और उसे फिर मृत घोषित कर दिया. इस बार उसकी मौत का कारण दिमाग में सूजन बताया गया.  

बच्ची की मां ने उसे मृत घोषित करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ केस दायर किया है. बच्ची की मां ने कहा है कि उसे डॉक्टरों से कोई निजी परेशानी नहीं है लेकिन बस वो चाहती है कि ऐसा दोबारा नहीं हो. इस मामले में जांच शुरू हो गई है. 
 

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