एंटीवायरल दवाओं (Antiviral Drugs) में से कुछ में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लक्षणों को कम करने और रोगी के संक्रामक होने के समय को कम करने की क्षमता हो सकती है. ब्रिटेन में 2018 और 2021 के बीच दुर्लभ वायरल बीमारी (Rare Viral Diseas) से पीड़ित सात रोगियों के बीच किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है. द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज जर्नल (The Lancet Infectious Diseases journal) में मंगलवार को प्रकाशित अध्ययन में इन मामलों का विश्लेषण किया गया है. यह मामले अफ्रीका के बाहर अस्पताल और घरों में होने वाले प्रसार के पहले कुछ उदाहरण हैं.
इस अध्ययन ने बीमारी के इलाज के लिए दो एंटीवायरल दवाओं - ब्रिनसीडोफोविर और टेकोविरिमैट के पहले ऑफ-लेबल उपयोग (ऐसी स्थित जिसमें दवा का उपयोग इलाज के लिए किया जाता है, लेकिन अधिकृत उत्पाद जानकारी के अनुसार नहीं) के लिए रोगी की प्रतिक्रिया के बारे में पता लगाया.
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अध्ययन में इस बात के बहुत कम प्रमाण मिले हैं कि ब्रिनसीडोफोविर के क्लीनिकल लाभ मिले, लेकिन यह निष्कर्ष निकाला गया है कि टेकोविरिमैट की क्षमता का पता लगाने के लिए और अधिक अध्ययन की जरूरत होगी.
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शोधकर्ताओं ने खून और गले के स्वैब के जरिये मंकीपॉक्स वायरस का पता लगाने के बारे में बताया है.
इस बीमारी के लिए चाहे गए संक्रमण नियंत्रण और उपचार की रणनीतियों को अभी तक स्थापित नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि अध्ययन का डाटा बीमारी की क्लीनिकल विशेषताओं के साथ इसके प्रसार की गति को और समझने के लिए वैश्विक प्रयासों को जानकारी दे सकता है.
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