वाशिंगटन:
अमेरिका के दो शीर्ष सांसदों ने भारत को अमेरिका के ‘विशिष्ट वैश्विक सहभागी’ (स्पेशल ग्लोबल पार्टनर) के तौर पर नामित करने और आपसी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने एवं रक्षा सहित विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग वढ़ाने के लिए अमेरिकी संसद में एक विधेयक पेश किया है।
अमेरिकी संसद के विदेशी मामलों की समिति के एक शीर्ष सदस्य इलियट एंजेल और संसद के भारत समर्थक कॉकस के उपाध्यक्ष एवं डेमोक्रेटिक नेता जो क्राउली की ओर से पेश ‘‘स्पेशल ग्लोबल पार्टनरशिप विद इंडिया एक्ट 2016’’ का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध की स्थिति का दर्जा बढ़ाते हुए दोनों देशों के संबंधों को बढ़ावा देना है।
भारत के साथ विशिष्ट वैश्विक सहभागिता की पेशकश करने वाले अधिनियम की पेशकश भारत-अमेरिका संबंध को बढ़ाते हुए भारत को अमेरिका के विशिष्ट वैश्विक सहभागी के तौर पर नामित करने के लिए किया गया है। जिसका मकसद रक्षा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र से लेकर उद्यम एवं नवोन्मेष तक समूचे क्षेत्रों में बेहतर सहभागिता स्थापित करना है।
विधेयक :एचआर 5387: के जरिए शस्त्र निर्यात नियंत्रण अधिनियम को भी संशोधित किया जाएगा और इससे अमेरिका के राष्ट्रपति को भारत को करीबी सहभागियों में शामिल करने की इजाजत मिल जाएगी।
अमेरिकी संसद के विदेशी मामलों की समिति के एक शीर्ष सदस्य इलियट एंजेल और संसद के भारत समर्थक कॉकस के उपाध्यक्ष एवं डेमोक्रेटिक नेता जो क्राउली की ओर से पेश ‘‘स्पेशल ग्लोबल पार्टनरशिप विद इंडिया एक्ट 2016’’ का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध की स्थिति का दर्जा बढ़ाते हुए दोनों देशों के संबंधों को बढ़ावा देना है।
भारत के साथ विशिष्ट वैश्विक सहभागिता की पेशकश करने वाले अधिनियम की पेशकश भारत-अमेरिका संबंध को बढ़ाते हुए भारत को अमेरिका के विशिष्ट वैश्विक सहभागी के तौर पर नामित करने के लिए किया गया है। जिसका मकसद रक्षा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र से लेकर उद्यम एवं नवोन्मेष तक समूचे क्षेत्रों में बेहतर सहभागिता स्थापित करना है।
विधेयक :एचआर 5387: के जरिए शस्त्र निर्यात नियंत्रण अधिनियम को भी संशोधित किया जाएगा और इससे अमेरिका के राष्ट्रपति को भारत को करीबी सहभागियों में शामिल करने की इजाजत मिल जाएगी।
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