आतंकवादी संगठन 'इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांट' (आईएसआईएल) के लिए सीरिया में लड़ रहा डगलस मैकअथर मैककेन पहला अमेरिकी जिहादी है, जिसकी मौत हो गई। मैककेन का कैलिफोर्निया में जन्म हुआ था। आईएसआईएल का सीरिया और इराक में एक बड़े हिस्से पर नियंत्रण हो गया है।
शीर्ष अमेरिकी अधिकारी 33-वर्षीय मैककेन की मौत को लेकर काफी चिंतित हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद प्रवक्ता केटलिन हेडेन ने बताया, अमेरिकी नागरिक डगलस मैकअथर मैककेन के सीरिया में होने की हमें सूचना थी और हम उसकी मौत की पुष्टि कर सकते हैं। हिंसक जिहाद के लिए विदेश जाने वाले व्यक्तियों की प्रवृत्ति पर रोक लगाने और उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए हम हर साधन का इस्तेमाल करना जारी रखेंगे।
ब्रिटेन आधारित 'सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' के मुताबिक मैककेन की मौत अलेप्पो के नगर परिसर में प्रतिद्वंद्वी चरमपंथी समूह के साथ लड़ाई में हुई थी। अलेप्पो सीरिया की व्यावसायिक राजधानी और सीरिया का सबसे बड़ा शहर है।
डगलस मैककेन के चाचा केन मैककेन ने सीएनएन को बताया कि डगलस मैककेन ने कई साल पूर्व इसाई धर्म को छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल लिया था। डगलस मैककेन के चाचा ने बताया, डगलस मैककेन के जिहादी बनने की घटना से उसका परिवार 'हतप्रभ' था और यह देश के लिए भी चौंकाने वाली बात थी।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने पिछले कई सालों में विशेषकर वर्ष 2008 में हुए मुंबई हमले के बाद इस तरह की घटनाओं के बारे में चेतावनी जारी की थी। वर्ष 2008 के मुंबई हमले में एक अमेरिकी डेविड हेडली ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। अमेरिका का अनुमान है कि करीब 100 अमेरिकी पासपोर्टधारी सीरिया और इराक में आईएसआईएल के लिए लड़ रहे हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने देश में आतंकवादियों की बढ़ती संख्या को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व को चेतावनी दी थी।
मैककेन सीरिया में आईएसआईएल के लिए लड़ते हुए मरने वाला पहला अमेरिकी जिहादी है, हालांकि वह एकलौता अमेरिकी जिहादी नहीं है। फ्लोरिडा में पले-बढ़े और पढ़ाई करने वाले मोनेर मोहम्मद अबु-सालह (22) की भी उत्तरी सीरिया में आत्मघाती हमले में मौत हो गई थी। मैककेन का जन्म कैलिफोर्निया में जनवरी, 1981 में हुआ था, उसका परिवार मिनेसोटा चला गया था, जहां से उसने अपनी पढ़ाई की थी।
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