विज्ञापन
This Article is From Nov 06, 2013

भारत के साथ मजबूत सैन्य संबंध चाहता है अमेरिका

वाशिंगटन:

भारत एवं चीन के उदय को ध्यान में रखते हुए अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर ने कहा है कि उनका देश क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के साथ सैन्य संबंध बढ़ाने का उत्सुक है।

अमेरिकी प्रशांत कमान या पीएसीओएम के कमांडर एडमिरल सैमुएल लॉकलीयर तृतीय ने मंगलवार को विदेशी मीडिया से कहा, यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए अच्छा है, यह हमारे राष्ट्रीय हित के लिए अच्छा है। मुझे लगता है कि यह भारत के राष्ट्रीय हित के लिए भी अच्छा है।

उन्होंने कहा, हम उन रास्तों की भी तलाश कर रहे हैं जिन पर हम साथ चल सकें। वह कोई संयुक्त उपक्रम हो सकता है या उपायों का आदान-प्रदान, जिसके जरिये हम कुछ सैन्य उपकरण का निर्माण मिलकर कर सकते हैं। कमांडर सैमुएल ने कहा, इसलिए हम सैन्य रिश्ता बनाकर भारतीय सेना के साथ रिश्ते को आगे बढ़ाने को उत्सुक हैं।

सैमुएल ने चीन और भारत के उदय का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देश किस तरह वैश्विक आर्थिक और क्षेत्रीय सैन्य शक्ति की भूमिका निभा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सिंतबर महीने में राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच हुई बैठक के बाद रक्षा सहयोग पर संयुक्त घोषणा पत्र जारी किया गया, जिसमें यह स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि दोनों देश साथ-साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।

लॉकलीयर ने कहा कि रक्षा विभाग ने पिछले वर्ष इस संबंध में कुछ निर्देश दिए थे कि हम अपने भारतीय साझेदारों के साथ एक दीर्घकालिक सामरिक रिश्ता विकसित करने की अपनी योजना पर किस तरह काम शुरू करें।

उन्होंने भारत-अमेरिका की नौसेनाओं के बीच जारी मालाबार युद्धाभ्यास का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच कुछ समय से सैन्य समन्वयन बढ़ रहा है।

लॉकलीयर ने कहा कि दोनों देश सेना की अन्य शाखाखाओं में भी इसी तरह का सहयोग कर रहे, जिसे मैं फलदायी मानता हूं और मैं मानता हूं कि ये संबंध बढ़ रहे हैं।

कश्मीर में भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में बढ़ी हिंसा से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते का लंबा इतिहास रहा है, जिसमें सकारात्मक तरीके से लगातार आगे बढ़ने के अवसर मौजूद हैं। जहां तक सीमा विवाद का सवाल है, मुझे लगता है कि दोनों देश यह कहेंगे कि यह उनके सुरक्षा हितों में नहीं हैं, और खासतौर ये यदि वे 21वीं सदी में आगे बढ़ना चाहते हैं तो।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com