अमेरिकी कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड ने न्यूयॉर्क में बने अक्षरधाम मंदिर जाकर दर्शन किए. तुलसी गबार्ड ने एक्स पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी और लिखा बीती रात अक्षरधाम मंदिर जाने का सौभाग्य मिला. मैं देशभर से आए हिंदू नेताओं के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभारी हूं. रॉबिंसविले के मेयर, परिषद के सदस्य तथा हजारों लोग प्रार्थना, संगति और एकता की एक विशेष शाम के लिए एकत्र हुए थे. बता दें नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के पद पर नियुक्त किया है, जिन्होंने 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी थी. यह एक ऐसा पद है जिसमें अत्यधिक गोपनीय खुफिया जानकारी तक उनकी पहुंच होगी तथा 18 जासूसी एजेंसियां उनकी निगरानी में होंगी.
It was a privilege to visit the iconic @akshardham_usa temple last night. I'm grateful for the warm welcome from Hindu leaders gathered from across the country, the Robbinsville Mayor and council members, and thousands gathered for a special evening of prayer, fellowship, and… pic.twitter.com/dBsFaXrm5H
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) December 16, 2024
भगवान कृष्ण और आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति गहरी आस्था रखने वाली तुलसी गबार्ड भगवद गीता के नाम पर शपथ लेने वाली पहली अमेरिकी महिला कांग्रेस सदस्य हैं.
कौन हैं तुलसी गवार्ड?
तुलसी गबार्ड का जन्म अमेरिका के समोआ में हुआ था. तुलसी गबार्ड की मां को हिंदू धर्म में काफी रुचि थी. इसलिए उनकी मां ने उनका नाम तुलसी रखा दिया. तुलसी गबार्ड ने हिंदू धर्म अपनाया है. गबार्ड ने सेना में रहते हुए उन्होंने इराक में सेवाएं दीं थी.
वह अमेरिका की पहली हिंदू सासंद हैं. तुलसी गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व नेता थी और कमला हैरिस की मुखर विरोधी रही हैं. तुलसी ने साल 2022 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ी थी. बाद में वह रिपब्लिकन में शामिल हो गईं.
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