ऐनअमेनास (अल्जीरिया):
अल्जीरिया के विशेष बलों ने सहारा रेगिस्तान के बीच स्थित प्राकृतिक गैस संयंत्र परिसर में शनिवार को आखिरी धावा बोलते हुए चार दिनों से चल रहे बंधक संकट को समाप्त कर दिया। सरकारी संवाद एजेंसी और दो विदेशी सरकारों ने यह जानकारी दी है।
इस पूरे संकट के दौरान 19 बंधकों और 29 इस्लामी आतंकवादियों की जान गई। अल्जीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
अल्जीरियाई अधिकारियों ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि ऐन अमेनास स्थित इस परिसर पर बुधवार को करीब 30 आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था और इनमें से 19 के मारे जाने की खबर है। ऐसा लगता है कि बंधक संकट आखिरकार खत्म हो गया है।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
इस पूरे संकट के दौरान 19 बंधकों और 29 इस्लामी आतंकवादियों की जान गई। अल्जीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
अल्जीरियाई अधिकारियों ने पूर्व में अनुमान लगाया था कि ऐन अमेनास स्थित इस परिसर पर बुधवार को करीब 30 आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया था और इनमें से 19 के मारे जाने की खबर है। ऐसा लगता है कि बंधक संकट आखिरकार खत्म हो गया है।
बहरहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है कि इस परिसर में छिपे आतंकवादियों के आखिरी दल के पास कितने बंधक हैं लेकिन आतंकवादियों ने खुद से बताया कि उन्होंने बेल्जियम के तीन, अमेरिका के दो, जापान के एक और ब्रिटेन के एक नागरिक को अभी भी बंधक बना रखा है।
यह संयंत्र संयुक्त रूप से बीपी, नार्वे की स्तातोइल और अल्जीरिया की सरकारी तेल कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। आतंकवादियों ने बुधवार सुबह संयंत्र पर हमला किया था।
इस गतिरोध ने इस क्षेत्र के आतंकवाद के प्रभाव में आने और अलकायदा से जुड़े समूहों के माली से लेकर लीबिया तक दूर दराज के इलाकों में मुक्त रूप से घूमने को उजागर किया है।
लीबिया की सीमा के पास चलाये जा रहे अभियान को खत्म करने में अल्जीरिया को इतना वक्त क्यों लग रहा है, इस बारे में बहुत कम आधिकारिक सूचना मिल पा रही है लेकिन वहां से बच निकले एक बंधक ने वहां से निकलने की भयावह कहानी बयां की। रूबेन अंदरादा (49) नाम के सिविल इंजीनियर ने बताया कि अल्जीरियाई हेलीकॉटरों ने बंधकों को ले जा रहे वाहन पर गोलीबारी की।
उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को करीब 36 बंधकों को सात एसयूवी में सवार किया गया। उनके साथ 15 आतंकवादी भी थे। आतंकवादियों ने उनके गले में विस्फोटक बांध दिये थे और इन लोगों से कहा गया था कि यदि उन्होंने भागने की कोशिश की तो इनमें विस्फोट कर दिया जाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं