विज्ञापन
This Article is From Aug 19, 2021

अफगान स्वतंत्रता दिवस रैली में भगदड़, तालिबान की फायरिंग में कई लोगों की मौत

अफगानिस्तान के असदाबाद शहर में गुरुवार को तालिबान लड़ाकों ने स्वतंत्रता दिवस की रैली में राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं, जिसमें कई लोग मारे गए.

अफगान स्वतंत्रता दिवस रैली में भगदड़, तालिबान की फायरिंग में कई लोगों की मौत
अफगानिस्तान के जलालाबाद में तालिबान विरोधी प्रदर्शन के दौरान लोगों ने अफगान झंडे लहराए.
काबुल:

अफगानिस्तान के असदाबाद शहर में गुरुवार को तालिबान लड़ाकों ने स्वतंत्रता दिवस की रैली में राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं, जिसमें कई लोग मारे गए. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि एक दिन पहले भी इसी तरह के विरोध में तीन लोग मारे गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद यह पहला सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन सामने आया है. विरोध प्रदर्शन में अफगानिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए तालिबाने के सफेद झंडे फाड़े गए. कुनार प्रांत की राजधानी पूर्वी शहर के रहने वाले मोहम्मद सलीम ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि असदाबाद में लोग गोलीबारी में मारे गए हैं या भगदड़ के कारण उनकी मौत हुई है.

तालिबान के खिलाफ एकजुट हो रहे विरोधी, मसूद बोले - हमारे मुजाहिदीन संघर्ष को तैयार, सेना के जवान भी साथ

सलीम ने कहा, "सैकड़ों लोग सड़कों पर निकल आए." "पहले तो मैं डर गया था और जाना नहीं चाहता था, लेकिन जब मैंने देखा कि मेरा एक पड़ोसी भी इसमें शामिल हो गया है तो मैंने घर पर लगा झंडा निकाल लिया."

"तालिबान द्वारा भगदड़ और गोलीबारी में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं." इस घटनाक्रम पर अभी तक तालिबान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्वी शहर जलालाबाद और पक्तिया प्रांत के एक जिले में भी विरोध प्रदर्शन किया गया लेकिन यहां गंभीर हिंसा की कोई खबर नहीं है.

अफगानिस्तान हर साल 19 अगस्त को ब्रिटिश नियंत्रण से अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाता है. प्रत्यक्षदर्शियों और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को तालिबान लड़ाकों ने जलालाबाद में काले, लाल और हरे रंग का राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की, जिसमें तीन की मौत हो गई.

"बचा लो, तालिबान मार देगा...", बच्ची ने रोते-रोते US सैनिकों से की गुहार - Shocking VIDEO वायरल

तालिबान के विरोध में रैली करने की कोशिश कर रहे पहले उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया. उन्होंने ट्विटर पर कहा, "राष्ट्रीय ध्वज को लहराने और इस तरह राष्ट्र की गरिमा के लिए खड़े होने वालों को सलाम." सालेह ने मंगलवार को कहा कि वह राष्ट्रपति अशरफ गनी के अफगानिस्तान से भाग जाने के बाद वह "वैध कार्यवाहक राष्ट्रपति" हैं.

काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल, टेकऑफ के बाद प्लेन से गिरे 2 लोग

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com