त्रिपोली:
लीबिया की राजधानी त्रिपोली में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई और अन्य 40 लोगों की आंख की रौशनी चली गई। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि लोगों ने स्थानीय निर्मित शराब, जिसे वहां बोखा कहते हैं, पी थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्वास्थ्य मंत्री के प्रवक्ता अमर सुरमणि के हवाले से बताया है कि जहरीली शराब पीने से 550 अन्य लोग जहर के दुष्प्रभाव से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पीड़ितों के परिवार वालों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें ट्यूनिशिया भेजने का आग्रह किया लेकिन ट्यूनिशिया जाते हुए रास्ते में ही 13 मरीजों ने दम तोड़ दिया।
सुरमणि ने बताया कि शराब में मेथेनाल पाई गई जिसके कारण अंधापन, गुर्दे का निष्क्रिय हो जाने या मिरगी के दौरे की शिकायत हो सकती है। कुछ पीड़ितों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पूरे त्रिपोली शहर तथा उसके आस-पास के इलाकों में चिकित्सक अपात सेवा पर हैं।
लीबिया में शराब बेचने और पीने पर प्रतिबंध है, लेकिन बाजार में चोरी से इसे बेचा-खरीदा जाता है। देश में ही निर्मित यह शराब, बोखा, त्रिपोली और उसके उपनगरीय इलाकों में बेची जाती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्वास्थ्य मंत्री के प्रवक्ता अमर सुरमणि के हवाले से बताया है कि जहरीली शराब पीने से 550 अन्य लोग जहर के दुष्प्रभाव से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पीड़ितों के परिवार वालों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें ट्यूनिशिया भेजने का आग्रह किया लेकिन ट्यूनिशिया जाते हुए रास्ते में ही 13 मरीजों ने दम तोड़ दिया।
सुरमणि ने बताया कि शराब में मेथेनाल पाई गई जिसके कारण अंधापन, गुर्दे का निष्क्रिय हो जाने या मिरगी के दौरे की शिकायत हो सकती है। कुछ पीड़ितों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पूरे त्रिपोली शहर तथा उसके आस-पास के इलाकों में चिकित्सक अपात सेवा पर हैं।
लीबिया में शराब बेचने और पीने पर प्रतिबंध है, लेकिन बाजार में चोरी से इसे बेचा-खरीदा जाता है। देश में ही निर्मित यह शराब, बोखा, त्रिपोली और उसके उपनगरीय इलाकों में बेची जाती है।