इमरान खान अपने आज़ादी मार्च में के दौरान हमले का निशाना बने.
यह हैं इमरान खान के आज़ादी मार्च के बारे में 5 बातें :-
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पैर में गोली लगी. उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है. गोली चलाने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है. इमरान खान की पार्टी PTI का कहना है कि यह उनकी "हत्या का प्रयास" था.
शुक्रवार से 70 साल के इमरान खान एक रोड-शो कर रहे थे. इसे आजादी मार्च या लॉन्ग मार्च कहा गया. यह रोड-शो लाहौर से शुरू हुआ था. जहां उन्हें जल्द आम चुनाव के लिए बड़ी तादात में जनसमर्थन मिला था.
यह आजादी मार्च इमरान खान, अधिक से अधिक जनसमर्थन जुटाने के लिए कर रहे हैं ताकि प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ की सरकार पर दबाव बनाया जा सके.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर साढ़े-तीन साल रहने के बाद, इमरान खान एक अविश्वास प्रस्ताव में हारने के बाद सत्ता से बाहर हो गए थे. इस दौरान पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गिर रही थी और उन्होंने सभी शक्तिशाली सैन्य नेताओं का समर्थन खो दिया था.
इमरान खान ने इससे पहले कहा था कि "पाकिस्तान में क्रांति हो रही है". केवल एक सवाल यह है कि क्या यह मतपेटी के ज़रिए होने वाली एक नर्म क्रांति होगी से होगी या फिर खून-खराबे से होगी?"