विज्ञापन
This Article is From Sep 15, 2017

संयुक्त राष्ट्र ने कहा, म्यांमार से बांग्लादेश चले गए 40 फीसदी रोहिंग्या मुसलमान

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि म्यांमार के राखिन प्रांत में रहने वाले रोहिंग्या समुदाय की कुल आबादी के करीब 40 फीसदी लोग बांग्लादेश जा चुके हैं.

संयुक्त राष्ट्र ने कहा, म्यांमार से बांग्लादेश चले गए 40 फीसदी रोहिंग्या मुसलमान
रोहिंग्या समुदाय के लोग( फाइल फोटो)
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
रोहिंग्या समुदाय की कुल आबादी के करीब 40 फीसदी लोग बांग्लादेश जा चुके हैं
पिछले 24 घंटे में 10,000 लोगों के बांग्लादेश जाने की खबर है
बांग्लादेश में पहुंचने वाले 60 फीसदी रोहिंग्या शरणार्थी बच्चे हैं
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि म्यांमार के राखिन प्रांत में रहने वाले रोहिंग्या समुदाय की कुल आबादी के करीब 40 फीसदी लोग बांग्लादेश जा चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि 25 अगस्त से लेकर अब तक म्यांमार सीमा पार करके बांग्लादेश जाने वाले रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या 389,000 पर पहुंच गई है.

यह भी पढ़ें:  केंद्र सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामा किया होल्ड, बदलाव करने की बात कही

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में 10,000 लोगों के बांग्लादेश जाने की खबर है. गत वर्ष अक्तूबर में राखिन प्रांत में हिंसा के दौरान वहां से भागने वाले लोगों की संख्या मिलाकर इस प्रांत में रहने वाले रोहिंग्या आबादी के करीब 40 फीसदी लोग अब तक बांग्लादेश जा चुके हैं.’’ दुजारिक ने बताया कि यूनिसेफ ने हजारों रोहिंग्या बच्चों के लिए पानी और साफ-सफाई की वस्तुएं लेकर ट्रकों को कॉक्स बाजार की ओर भेजा है. आने वाले सप्ताह में इस आपूर्ति की गति तेज की जाएगी. उन्होंने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक, बांग्लादेश में पहुंचने वाले 60 फीसदी रोहिंग्या शरणार्थी बच्चे हैं.

यह भी पढ़ें:  संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार से कहा, रोहिंग्या समुदाय के खिलाफ हमले बंद करे

दुजारिक ने कहा, ‘‘पहले से मौजूद शरणार्थी शिविरों में शरणार्थी रह रहे हैं और अब वहां पहुंचने वाले नए शरणार्थियों को जहां भी जगह मिल रही है, वे वहीं रह रहे हैं.’’ यूनिसेफ के अनुसार, वहां हर चीज खास कर आवास, भोजन और स्वच्छ जल की काफी कमी है तथा यूनीसेफ जल शोधन संयंत्रों को बेहतर बनाने में बांग्लादेश सरकार की मदद कर रहा है.

VIDEO: 'रोहिंग्या भारत में नहीं रह सकते', सुप्रीम कोर्ट में केंद्र का हलफनामा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने राखिन प्रांत में सुरक्षा स्थिति को लेकर पहले ही चिंता जताई थी. दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शरणार्थी पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की मदद करने के लिए तुरंत एकजुट होने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा, ‘‘बच्चों की संख्या काफी अधिक है, इन सभी की तुरंत मदद करने की जरुरत है.’

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com