गाजा में विस्थापितों को आश्रय देने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे स्कूल पर मंगलवार को हुए हमले में कम से कम 29 लोग मारे गए हैं. फिलस्तीन के सूत्रों ने यह जानकारी दी है. चार दिनों में यह चौथी ऐसी घटना है. हमास ने इन मौतों के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. इजरायल की सेना ने एएफपी को बताया कि उसने इलाके में हमला किया है और वह इस घटना की समीक्षा कर रही है. साथ ही उसने आश्रय के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे गाजा स्कूलों पर शनिवार से तीन अन्य हमलों की बात को भी स्वीकारा है.
खान यूनिस में नासिर अस्पताल के एक सूत्र ने कहा कि हमले ने अबासन में अल-अवदा स्कूल के प्रवेश द्वार को निशाना बनाया, जिसमें 29 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए. पीड़ितों को नासिर अस्पताल ले जाया गया था.
हमास ने इजरायल पर लगाया नरसंहार का आरोप
हमास द्वारा संचालित मीडिया कार्यालय ने इजरायल पर भयानक नरसंहार का आरोप लगाया है. साथ ही मरने वालों की संख्या 29 बताते हुए कहा कि इसमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे थे.
एक प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद सुक्कर ने मंगलवार की हड़ताल के बारे में एएफपी को बताया, "हम स्कूल के प्रवेश द्वार पर बैठे थे... अचानक और बिना किसी चेतावनी के रॉकेट दागे गए."
घटना की समीक्षा की जा रही है : इजरायली सेना
इजरायली सेना ने कहा कि वायुसेना ने स्कूल के पास "हमास की सैन्य शाखा के एक आतंकवादी" पर हमला करने के लिए गोला-बारूद का इस्तेमाल किया था. साथ ही सेना ने एक बयान में कहा, "घटना की समीक्षा की जा रही है."
हमास संचालित क्षेत्र के अधिकारियों ने कहा कि स्कूलों पर पहले हुए हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए थे. वहीं इजरायल ने कहा कि उन तीनों हमलों में स्कूलों में छिपे आतंकवादियों को निशाना बनाया गया था.
शनिवार से जारी है इस तरह के हमलों का सिलसिला
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार को मध्य गाजा के नुसीरात में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित अल-जवनी स्कूल पर इजरायली हमले में 16 लोगों की मौत हो गई. फलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी UNRWA ने कहा कि उस समय 2,000 लोग वहां शरण लिए हुए थे. गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, अगले दिन गाजा शहर में होली फैमिली स्कूल पर हमले में चार लोग मारे गए.
नुसीरात में UNRWA द्वारा संचालित एक और स्कूल पर सोमवार को हमला हुआ. एक स्थानीय अस्पताल ने कहा कि कई लोगों को इलाज के लिए ले जाया गया.
इजरायल ने कहा कि स्कूल को छिपने के लिए इस्तेमाल करने वाले "कई आतंकवादियों" को निशाना बनाया गया. वहीं हमास ने इजरायल के इस दावे का खंडन किया है कि वह सैन्य उद्देश्यों के लिए स्कूलों, अस्पतालों और अन्य नागरिक सुविधाओं का उपयोग करता है.
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