लेंडल सिमंस।
नई दिल्ली:
वर्ल्ड कप टी20 के सेमीफाइनल मैच में वेस्टइंडीज से भारत की हार का प्रमुख कारण इसकी कमजोर बॉलिंग रही। हालांकि भारत ने वेस्ट इंडीज के टॉस जीतने के बाद 192 का स्कोर खड़ा किया लेकिन वेस्ट इंडीज ने इसके जवाब में शानदार बल्लेबाजी करते हुए जीत हासिल कर ली।
टॉस हार जाना भी भारत के लिए घातक साबित हुआ। 192 का लक्ष्य वेस्ट इंडीज ने तीन विकेटों के झटकों के बावजूद दृढ़ता से खेलते हुए पा लिया। दूसरी तरफ भारत के गेंदबाजों ने आज सबसे खराब गेंदबाजी की। वेस्ट इंडीज टीम शर्ट पिच गेंद खेलने में काफी माहिर मानी जाती है और भारतीय गेंदबाजों ने छोटी गेंद फेंकीं जिससे वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने कई छक्के मारे। भारत के गेंदबाजों ने कई नो बॉल भी फेंकीं जो भारत के लिए घातक साबित हुआ। इन नो बालों से चार्ल्स दो बार आउट होते हुए भी बच गए और वेस्टइंडीज की तरफ से सबसे ज्यादा 82 रन बनाकर नॉट आउट रहे।
भारत के बल्लेबाजों ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत 200 रन तक नहीं पहुंच पाया। अगर 20 रन और बनते तो हो सकता है रिजल्ट अलग होता।
ओस भी भारत की जीत में रोड़ा साबित हुई। ओस के कारण भारतीय गेंदबाजों को बॉलिंग करना आसान नहीं था। सबसे ज्यादा दिक्कत स्पिन गेंदबाजों को हो रही थी। बॉल हाथ से फिसलने के कारण न तो स्पिन हो रही थी और न ही सही जगह पर गिर रही थी। स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन आश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने काफी रन दिए। पंड्या और बुमराह भी रन रोकने में कामयाब नहीं हो पाए।
टॉस हार जाना भी भारत के लिए घातक साबित हुआ। 192 का लक्ष्य वेस्ट इंडीज ने तीन विकेटों के झटकों के बावजूद दृढ़ता से खेलते हुए पा लिया। दूसरी तरफ भारत के गेंदबाजों ने आज सबसे खराब गेंदबाजी की। वेस्ट इंडीज टीम शर्ट पिच गेंद खेलने में काफी माहिर मानी जाती है और भारतीय गेंदबाजों ने छोटी गेंद फेंकीं जिससे वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों ने कई छक्के मारे। भारत के गेंदबाजों ने कई नो बॉल भी फेंकीं जो भारत के लिए घातक साबित हुआ। इन नो बालों से चार्ल्स दो बार आउट होते हुए भी बच गए और वेस्टइंडीज की तरफ से सबसे ज्यादा 82 रन बनाकर नॉट आउट रहे।
भारत के बल्लेबाजों ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत 200 रन तक नहीं पहुंच पाया। अगर 20 रन और बनते तो हो सकता है रिजल्ट अलग होता।
ओस भी भारत की जीत में रोड़ा साबित हुई। ओस के कारण भारतीय गेंदबाजों को बॉलिंग करना आसान नहीं था। सबसे ज्यादा दिक्कत स्पिन गेंदबाजों को हो रही थी। बॉल हाथ से फिसलने के कारण न तो स्पिन हो रही थी और न ही सही जगह पर गिर रही थी। स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन आश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने काफी रन दिए। पंड्या और बुमराह भी रन रोकने में कामयाब नहीं हो पाए।
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