मोहाली:
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आज होने वाले लगभग ‘क्वार्टर फाइनल’ मुकाबले में भारत को अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा ताकि टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई जा सके।
टूर्नामेंट से पहले खिताब की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही भारतीय टीम अभी तक तीनों मैचों में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी है। पहले मैच में उसे न्यूजीलैंड ने 47 रन से हराया जबकि दूसरे मैच में उसने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को छह विकेट से हराया।
तीसरे मैच में अगर बांग्लादेशी बल्लेबाज गैर जिम्मेदाराना शॉट्स नहीं खेलते और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दौड़ लगाकर एक स्टम्प आउट नहीं करते तो भारत एक रन से नहीं जीतता।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने मैच दर मैच अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और शुक्रवार को पाकिस्तान को करो या मरो के मुकाबले में हराकर अपनी तैयारी पुख्ता कर ली है।
जेम्स फॉकनर और शेन वाटसन का मानना है कि भारत को उसकी सरजमीं पर हराना कड़ी चुनौती है लेकिन मेजबान टीम को भी पता है कि उसकी राह आसान नहीं है।
भारत ने हालांकि जनवरी में ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर तीन मैचों की सीरीज में हराया था। उस समय हालांकि टीम अलग थी लेकिन यह मुकाबला भी काफी रोमांचक रहेगा।
भारत के सितारा बल्लेबाज अभी तक अपनी चमक नहीं बिखेर सके हैं। रोहित शर्मा और शिखर धवन से आक्रामक पारियों का इंतजार है। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर काफी हद तक दारोमदार होगा लेकिन बाकियों को भी उम्दा प्रदर्शन करना होगा।
सुरेश रैना ने बांग्लादेश के खिलाफ 30 रन बनाए लेकिन उन्हें और युवराज सिंह को अपनी क्षमता के अनुरूप खेलना होगा। युवराज पर अपने घरेलू मैदान पर खेलने का अतिरिक्त दबाव होगा। गेंदबाजों खासकर आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। बांग्लादेश के खिलाफ जसप्रीत बुमरा और हार्दिक पंड्या ने भी अच्छी गेंदबाजी की।
मोहाली की पिच से ज्यादा टर्न नहीं मिलेगी लेकिन भारतीय स्पिनर आज के मैच में अहम भूमिका निभाएंगे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ फिरकी के जाल में फंसे भारतीय बल्लेबाजों को एडम जाम्पा का सामना करना होगा जिसने पिछले दो मैचों में अहम विकेट लेकर कप्तान स्टीवन स्मिथ का भरोसा जीता है।
बांग्लादेश के खिलाफ भारत की फील्डिंग भी उतनी चुस्त नहीं थी जिसमें सुधार करना होगा।
उधर पाकिस्तान को हराने के बाद ऑस्ट्रेलिया के हौसले बुलंद हैं। सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा बेहतरीन फॉर्म में हैं जबकि स्मिथ और शेन वाटसन ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। वे एक मैच यहां खेल चुके हैं और हालात के अनुकूल खुद को ढाल लिया है।
यह देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया के लिये पारी का आगाज कौन करता है। ख्वाजा और वाटसन ने पहले दो मैचों में पारी की शुरूआत की। पाकिस्तान के खिलाफ ख्वाजा के साथ एरोन फिंच उतरे थे। खतरनाक डेविड वार्नर को नीचे उतारने की रणनीति अभी तक ऑस्ट्रेलिया के लिये कारगर साबित नहीं हुई है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
टूर्नामेंट से पहले खिताब की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही भारतीय टीम अभी तक तीनों मैचों में उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी है। पहले मैच में उसे न्यूजीलैंड ने 47 रन से हराया जबकि दूसरे मैच में उसने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को छह विकेट से हराया।
तीसरे मैच में अगर बांग्लादेशी बल्लेबाज गैर जिम्मेदाराना शॉट्स नहीं खेलते और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दौड़ लगाकर एक स्टम्प आउट नहीं करते तो भारत एक रन से नहीं जीतता।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने मैच दर मैच अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और शुक्रवार को पाकिस्तान को करो या मरो के मुकाबले में हराकर अपनी तैयारी पुख्ता कर ली है।
जेम्स फॉकनर और शेन वाटसन का मानना है कि भारत को उसकी सरजमीं पर हराना कड़ी चुनौती है लेकिन मेजबान टीम को भी पता है कि उसकी राह आसान नहीं है।
भारत ने हालांकि जनवरी में ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर तीन मैचों की सीरीज में हराया था। उस समय हालांकि टीम अलग थी लेकिन यह मुकाबला भी काफी रोमांचक रहेगा।
भारत के सितारा बल्लेबाज अभी तक अपनी चमक नहीं बिखेर सके हैं। रोहित शर्मा और शिखर धवन से आक्रामक पारियों का इंतजार है। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर काफी हद तक दारोमदार होगा लेकिन बाकियों को भी उम्दा प्रदर्शन करना होगा।
सुरेश रैना ने बांग्लादेश के खिलाफ 30 रन बनाए लेकिन उन्हें और युवराज सिंह को अपनी क्षमता के अनुरूप खेलना होगा। युवराज पर अपने घरेलू मैदान पर खेलने का अतिरिक्त दबाव होगा। गेंदबाजों खासकर आर अश्विन और रविंद्र जडेजा ने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। बांग्लादेश के खिलाफ जसप्रीत बुमरा और हार्दिक पंड्या ने भी अच्छी गेंदबाजी की।
मोहाली की पिच से ज्यादा टर्न नहीं मिलेगी लेकिन भारतीय स्पिनर आज के मैच में अहम भूमिका निभाएंगे।
न्यूजीलैंड के खिलाफ फिरकी के जाल में फंसे भारतीय बल्लेबाजों को एडम जाम्पा का सामना करना होगा जिसने पिछले दो मैचों में अहम विकेट लेकर कप्तान स्टीवन स्मिथ का भरोसा जीता है।
बांग्लादेश के खिलाफ भारत की फील्डिंग भी उतनी चुस्त नहीं थी जिसमें सुधार करना होगा।
उधर पाकिस्तान को हराने के बाद ऑस्ट्रेलिया के हौसले बुलंद हैं। सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा बेहतरीन फॉर्म में हैं जबकि स्मिथ और शेन वाटसन ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। वे एक मैच यहां खेल चुके हैं और हालात के अनुकूल खुद को ढाल लिया है।
यह देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया के लिये पारी का आगाज कौन करता है। ख्वाजा और वाटसन ने पहले दो मैचों में पारी की शुरूआत की। पाकिस्तान के खिलाफ ख्वाजा के साथ एरोन फिंच उतरे थे। खतरनाक डेविड वार्नर को नीचे उतारने की रणनीति अभी तक ऑस्ट्रेलिया के लिये कारगर साबित नहीं हुई है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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