
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर बिना नाम लिए की हुई टिप्पणी को लेकर कॉमेडियन कुणाल कामरा विवादों में घिरे हैं. मुंबई पुलिस ने कुणाल कामरा को समन जारी किया है. जिसपर उन्होंने मुंबई पुलिस से पेशी के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है. कुणाल कामरा की टिप्पणी पर तमाम नेताओं ने टिप्पणी भी की है. अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी भी सामने आई है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व्यक्तिगत प्रहार के लिए नहीं हो सकता.'
कुणाल कामरा के कमेंट पर क्या बोले योगी आदित्यनाथ
न्यूज एजेंसी ANI के podcast में योगी आदित्यनाथ ने कुणाल कामरा की विवादित टिप्पणी के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी खुलकर बात की. कुणाल कामरा के मामले पर सीएम योगी ने कहा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी दूसरे पर व्यक्तिगत प्रहार करने के लिए नहीं हो सकता है. दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने देश का चीर हरण, विभाजन की खाई को और चौड़ी करने के लिए इस अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इस्तेमाल करना अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है.
यह हमारा दबंग स्टाइल नहीं, शराफत का स्टाइल हैः योगी आदित्यनाथ
सख्त प्रशासन से जुड़े सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'यह लाठी न केवल हमारी बहनों, बेटियों, व्यापारियों की सुरक्षा करती है, बल्कि माफिया और गुंडों से भी निपटती है. यह हमारा दबंग स्टाइल नहीं, यह हमारी शराफत का स्टाइल है."
कर्नाटक में मुसलमानों को 4 फीसदी आरक्षण पर भी बोले योगी
योगी ने कर्नाटक सरकार के उस फैसले पर भी सवाल उठाया, जिसमें मुसलमानों को 4 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है. योगी ने कहा- कर्नाटक सरकार द्वारा धर्म के आधार पर आरक्षण यह बाबा साहब के द्वारा दिए गए संविधान का अपमान है. 1976 में इन्होंने संविधान के साथ क्या-क्या नहीं किया. गला घोंटने का काम किया था. कांग्रेस तो हमेशा करती रही है. डीके शिवकुमार वही कह रहे हैं जो उन्हें कांग्रेस की विरासत से मिला है."
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