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36 साल पहले लगा था हत्या का आरोप, गिरफ्तारी से बचने के लिए धर्म और नाम तक बदला, कुछ यूं चढ़ा पुलिस के हत्थे

इस मामले में हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2025 को एक नया आदेश जारी किया. इस आदेश के तहत पुलिस से कहा गया कि वो आरोपी को अगले चार सप्ताह के अंदर गिरफ्तार करके सीजेएम बरेली के समक्ष पेश करें.

36 साल पहले लगा था हत्या का आरोप, गिरफ्तारी से बचने के लिए धर्म और नाम तक बदला, कुछ यूं चढ़ा पुलिस के हत्थे
  • बरेली के प्रेम नगर इलाके में 36 साल पहले हुई हत्या के आरोपी प्रदीप सक्सेना को पुलिस ने गिरफ्तार किया है
  • आरोपी ने 1989 में जमानत मिलने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होकर अपना धर्म बदलकर नाम अब्दुल रख लिया था
  • धर्म परिवर्तन के बाद आरोपी मुरादाबाद में ड्राइवर का काम करता रहा और पुलिस की जांच से बचता रहा
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उत्तर प्रदेश के बरेली से जो खबर आ रही है वो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती है. होता कुछ यूं है कि एक शख्स पर 36 साल पहले हत्या का आरोप लगता है. इस आरोप के बाद से आरोपी पुलिस से बचने के लिए यहां वहां भागता रहा. इस दौरान उसने अपना धर्म और नाम तक भी बदला. उसे लगा कि वो पुलिस की आंखों में धूल झोंक देगा लेकिन उसके सारे पैतरे धरे के धरे रह गए. पुलिस ने इस आरोपी को हत्या के मामले में 36 साल बाद गिरफ्तार कर लिया है. मामला बरेली के प्रेम नगर इलाके का है. पुलिस ने आरोपी की पहचान प्रदीप सक्सेना के रूप में की है. 

पुलिस के अनुसार प्रदीप सक्सेना ने हत्या के मामले में 1989 में जमानत मिलने के बाद कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ. पुलिस ने उसे ढूंढ़ने की काफी कोशिश की लेकिन वो लापता हो गया. पुलिस की जांच में अब पता चला है कि 1989 में लापता होने के बाद आरोपी ने सबसे पहले अपना धर्म बदला. उसने धर्म बदलकर अपना नाम अब्दुल कर लिया. इसके बाद उसने मुरादाबाद में जाकर बतौर ड्राइवर का काम किया. वो अपने इस प्लान काफी समय तक सफल भी रहा. लेकिन आखिरकार वो 36 साल के बाद पुलिस के हत्थे जरूर चढ़ा. 

पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार

इस मामले में हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2025 को एक नया आदेश जारी किया. इस आदेश के तहत पुलिस से कहा गया कि वो आरोपी को अगले चार सप्ताह के अंदर गिरफ्तार करके सीजेएम बरेली के समक्ष पेश करें. कोर्ट से मिले इस आदेश के बाद पुलिस की कई टीमें आरोपी की तलाशी और गिरफ्तारी में लगी. पुलिस टीम ने इस हत्याकांड की कड़ियां जोड़ना शुरू किया. जांच टीम ने पहले आरोपी के पैतृक कस्बा शाही में तलाश की, लेकिन वहां के लोगों ने बताया कि प्रदीप करीब 30–35 साल पहले ही जा चुका है.

इसी पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि उसके भाई सुरेश बाबू  का पता चला जो साहूकारा में रहता है. सुरेश से पुलिस को पता चला कि प्रदीप ने मुस्लिम धर्म अपना लिया है और मुरादाबाद  में रहकर ड्राइवरी करता है. यहीं से पुलिस को सुराग मिल गया जब पुलिस मुरादाबाद गई तो पता चला कि अब्दुल उर्फ प्रदीप बरेली में किसी काम से आया है और उसे गिरफ्तार कर लिया. 

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