- यूपी की मंत्री बेबी रानी मौर्य ने एक्सप्रेसवे पर हुए एक्सीडेंट के मामले में अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया
- मंत्री के PRO ने आरोप लगाया कि एक्सप्रेसवे पर डायवर्जन के लिए रखे गए ड्रम खराब हालत में थे
- ड्रमों पर रिफ्लेक्टर नहीं लगे थे और डायवर्जन को दिखाने के लिए कोई कर्मचारी तैनात नहीं था
यूपी की मंत्री ने एक्सीडेंट को लेकर एक्सप्रेसवे के अधिकारियों, कर्मचारियों और ट्रक चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. मंत्री बेबी रानी मौर्य के पीआरओ की तरफ से गुरुवार को हुए एक्सीडेंट के मामले में यूपीडा अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई. आरोप है कि डायवर्जन में लापरवाही एक्सीडेंट की वजह बनी.
कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य की तरफ से आरोप लगाया गया है कि एक्सप्रेसवे पर डायवर्जन किया गया, लेकिन डायवर्जन के लिए सड़क पर जो ड्रम रखे हुए थे, वो गहरे नीले रंग के थे और उनका रंग भी उड़ चुका था. उन पर रिफ्लेक्टर नहीं लगाया गया था और ना ही वहां डायवर्जन बताने के लिए किसी कर्मचारी की तैनाती थी. इस वजह से ट्रक ने अचानक कट लिया, जिससे मंत्री की गाड़ी टकरा गई. यूपीडा के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी एक्सीडेंट की वजह बनाकर मुकदमा दर्ज कराया गया है.
बीते 23 अक्टूबर को फिरोजाबाद के नसीरपुर थाना क्षेत्र में आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य की सरकारी गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मार दी थी. मंत्री बच गईं, लेकिन उनकी गाड़ी को एक तरफ से काफी नुकसान हुआ था. इसी को लेकर अब मामला दर्ज कराया गया है. देखना होगा क्या मंत्री की तरफ से दर्ज कराए गई एफआईआर के बाद लापरवाही का दौर खत्म होता है?
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