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This Article is From Apr 06, 2017

यूपी सरकार का कर्ज माफी का फैसला किसानों के लिए राहत बनकर आया

यूपी सरकार का कर्ज माफी का फैसला किसानों के लिए राहत बनकर आया
यूपी में योगी सरकार के कर्ज माफी के फैसले पर किसानों पर अच्छी प्रतिक्रिया है.
नई दिल्ली: मोदीनगर के भोजपुर गांव के किसान अजीत सिंह राहत महसूस कर रहे हैं. छह महीने पहले सिंडिकेट बैंक से 38,000 का जो कर्ज़ लिया था, वो चुका नहीं पा रहे थे. अब एक लाख रुपये तक का कर्ज़ माफ करने के यूपी सरकार के फैसले से उनका बोझ उतर गया है.  

अजीत सिंह एनडीटीवी से कहते हैं, "मेरा लोन बढ़कर 62,000 हो चुका था, बीवी बीमार थी, बच्चे बड़े हो रहे थे इसलिए लोन चुका नहीं पाया. अब यूपी सरकार के फैसले से तनाव कम हो गया है. मैं यूपी के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं."

लेकिन उनके पड़ोसी पुष्पेंद्र सिंह दुविधा में हैं. उन्होंने 2012 में बैंक से 1,45,000 का कर्ज़ लिया. अब उन्हें ये नहीं पता कि इसमें एक लाख रुपये की माफी मिलेगी या इसका फायदा सिर्फ उनको मिलेगा, जिन्होंने एक लाख से नीचे का लोन लिया है. पुष्पेंद्र एनडीटीवी से कहते हैं, "मैं कन्फ्यूज्ड हो गया हूं. क्या मेरे 1,45,000 के लोन में से एक लाख रुपया माफ होगा या फिर इस स्कीम का फायदा सिर्फ उनको मिलेगा जिन्होंने सिर्फ एक लाख तक ही लोन लिया था और अब तक चुका नहीं पाए हैं?"

कई किसानों के लिए तारीख मायूसी का सबब बन गई है. कर्ज़ उनके माफ़ होंगे जिन्होंने 31 मार्च 2016 से पहले कर्ज़ लिया. लेकिन चंद्रपाल सिंह ने पिछले साल अप्रैल में 80,000 रुपये लिए. उनकी तरह के किसान फैसले के दायरे से बाहर हो गए. चंद्रपाल कहते हैं, "मैंने एक साल पहले लोन लिया था. लेकिन 31 मार्च के बाद...इसलिए मुझे इस स्कीम का फायदा नहीं मिल पाएगा...सरकार को कट-आफ डेट के बारे में पुनर्विचार करना चाहिए."

जाहिर है...बहुत सारे किसान ऐसे हैं जिनको डर या मलाल है कि कर्ज़ माफी के दायरे से वो बाहर रह गए...हालांकि ये फैसला कई किसानों के लिए बड़ी राहत लाया है.

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