 
                                            राजभर ने यूं तो इसे महज शिष्टाचार भेंट बताया है, लेकिन दोनों नेताओं की मुलाकात ने उप्र में नई सियासत को हवा दे दी है.
                                                                                                                        - वाराणसी में राजभर और यादव ने बंद कमरे में मुलाकात की
- दोनों नेताओं ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया
- हालांकि इस मुलाकात के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है
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                                                                                लखनऊ: 
                                        उपचुनावों में हार के लिए मुख्यमंत्री को दोषी ठहराने वाले उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव से मुलाकात की. राजभर ने यूं तो इसे महज शिष्टाचार भेंट बताया है, लेकिन दोनों नेताओं की मुलाकात ने उप्र में नई सियासत को हवा दे दी है. वाराणसी में राजभर और यादव ने बंद कमरे में करीब 10 मिनट तक बातचीत की और उधर सियासी चर्चाओं का बाजार गरम हो गया.  आगामी चुनाव के मद्देनजर तरह-तरह की अटकलें लगाई जानें लगीं. इस बारे में जब शिवपाल से बात की गई तो उन्होंने इसे औपचारिक मुलाकात बताया।
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वहीं राजभर ने कहा, "ये शिष्टाचार की मुलाकात थी। शिवपाल यादव जब सत्ता में थे तो मेरी मदद किया करते थे''. ओमप्रकाश राजभर ने उप्र की भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने या उससे अलग होने संबंधी अटकलों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "2024 तक भाजपा के साथ हैं और रहेंगे''. मंत्री राजभर शुक्रवार की सुबह सर्किट हाउस पहुंचे. सर्किट हाउस में दोनों नेताओं ने करीब दस मिनट तक बंद कमरे में बातचीत की. मंत्री के बेटे अरविंद राजभर की शादी 21 जून को है और वाराणसी स्थित आवास पर 24 जून को रिसेप्शन है. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री बेटी की शादी में आमंत्रित करने के लिए पुराने दोस्त शिवपाल यादव से मिले थे.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
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वहीं राजभर ने कहा, "ये शिष्टाचार की मुलाकात थी। शिवपाल यादव जब सत्ता में थे तो मेरी मदद किया करते थे''. ओमप्रकाश राजभर ने उप्र की भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने या उससे अलग होने संबंधी अटकलों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "2024 तक भाजपा के साथ हैं और रहेंगे''. मंत्री राजभर शुक्रवार की सुबह सर्किट हाउस पहुंचे. सर्किट हाउस में दोनों नेताओं ने करीब दस मिनट तक बंद कमरे में बातचीत की. मंत्री के बेटे अरविंद राजभर की शादी 21 जून को है और वाराणसी स्थित आवास पर 24 जून को रिसेप्शन है. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट मंत्री बेटी की शादी में आमंत्रित करने के लिए पुराने दोस्त शिवपाल यादव से मिले थे.
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