उत्तर प्रदेश के आगरा में दो सगे भाइयों संजय और प्रमोद की खुदकुशी का मामला सामने आया है. दोनों ने हाथरस पुलिस द्वारा कथित उत्पीड़न के बाद यह दर्दनाक कदम उठाया है. प्रमोद सिंह का शव कल आगरा के निकट एक गांव में पेड़ से लटका हुआ पाया गया और दो दिन पहले उनके छोटे भाई संजय ने आत्महत्या कर ली थी.
प्रमोद सिंह ने मरने से पहले लिखा था नोट
प्रमोद सिंह ने एक नोट छोड़ा है जिसमें उसने हाथरस के सादाबाद थाने के कुछ अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. परिवार की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अग्निहोत्री को निलंबित कर दिया है, जबकि कुमार को पुलिस लाइन में स्थानांतरित कर दिया गया है.
9 जून को संजय सिंह को अपने साथ ले गई थी पुलिस
संजय सिंह को पुलिस ने 9 जून को हिरासत में लिया था, जब उसका साला लक्ष्मण गांव की एक महिला के साथ भाग गया था, जबकि प्रमोद से 13 जून को पूछताछ की गई थी. उनके परिवार ने आरोप लगाया कि हिरासत में कुछ पुलिस अधिकारियों ने संजय की पिटाई की और उससे एक लाख रुपये की मांग भी की.
पुलिस ने 1 लाख रुपये की मांग रखी थी
पता चला है कि 10,000 रुपये का भुगतान करने के बाद उसे इस वादे के साथ रिहा कर दिया गया कि वह बाद में 90,000 रुपये और देगा. उनके भतीजे ने आरोप लगाया कि आरोपी अधिकारियों द्वारा लगातार परेशान किए जाने और बार-बार याद दिलाए जाने से परेशान होकर संजय ने 22 जून को आत्महत्या कर ली.
पुलिस ने प्रमोद को दी थी संजय की मौत की शिकायत न करने की चेतावनी
संजय की मौत के बाद जब उसे दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसके बड़े भाई प्रमोद ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. एक पारिवारिक सदस्य ने बताया, "प्रमोद को अपने भाई की आत्महत्या के बारे में शिकायत दर्ज न कराने की चेतावनी दी जा रही थी."
दोहरे आत्महत्या मामले के बाद पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
दोहरे आत्महत्या मामले को लेकर गांव में तनाव बढ़ने के कारण पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है तथा ग्रामीणों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया है.
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