उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले में पुलिस ने 7 ऐसे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जो फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल कर अवैध हथियारों का सौदा किया करते थे. ये लोग बेचे गए अवैध हथियार का भुगतान भी ऑनलाइन लिया करते थे. पुलिस गिरफ़्त में आये इन अभियुक्तों के पास से पुलिस ने दो अवैध पिस्टल, तीन तमंचे, कारतूस, एक मोटरसाइकिल और एक कार भी बरामद की है.
दरसअल मुजफ्फरनगर के खालापार थाना पुलिस ने आज मेरठ रोड पर संदिग्ध वाहन चेकिंग अभियान चलाया.इस दौरान सड़क पर संदिग्ध हालत में खड़े सात व्यक्तियों जिनमें आज़म रिजवी, विवेक नागर, प्रतीक त्यागी, मनीष कुमार, ऋषभ प्रजापति, विशाल और प्रदीप कुमार की जब पुलिस ने तलाशी ली तो उनके पास से दो पिस्टल, तीन तमंचे, कारतूस, एक बाईक और एक कार भी बरामद की.
सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों का सौदा
आलाधिकारियों की माने तो गिरफ्त में अभियुक्तों से जब पुलिस ने सख्ती के साथ पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह सोशल मीडिया पर फेसबुक या इंस्टाग्राम के माध्यम से अवैध हथियारों का सौदा करते हैं और उसके बाद जब हथियार को सप्लाई कर दिया जाता है तो उसका पेमेंट भी ये लोग ऑनलाइन अपने खाते में लिया करते हैं. बताया जा रहा है कि यह गैंग लंबे समय से आसपास के जनपदों में अवैध हथियारों की सप्लाई का ऑनलाइन सौदा कर अवैध व्यापार करता आ रहा है, जिसकी पुलिस को लंबे समय से तलाश थी. बरहाल पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्त में इन अभियुक्त को जेल भेज दिया है.
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि पुलिस को मुखबिर के द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि एक पिस्टल डिलीवरी होनी है. इसको लेकर सीओ सिटी की टीम बनाकर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया था. पुलिस ने सूचना के आधार पर जब चेकिंग की तो आरोपी जब कंसाइनमेंट डिलीवर करने आए और जो खरीदने वाले वहाँ पहुंचे तो दोनों पार्टियों को एक साथ पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया.
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