उत्तर प्रदेश में निकट भविष्य में होने वाले नगरीय निकाय चुनावों में पिछले 2017 के चुनावों के मुकाबले 96 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. उत्तर प्रदेश के निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने रविवार को इसकी जानकारी दी .कुमार ने बयान जारी कर कहा कि नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन, 2017 के मुकाबले 2023 में होने वाले निकाय चुनाव में 96 लाख 36 हजार 280 नये मतदाता बने हैं.
बयान के अनुसार नगरीय निकाय चुनाव 2023 के लिए राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 4,32,31,827 हो गयी है, जबकि 2017 में हुए चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 3,35,95,547 थी, इस तरह 96,36,280 मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि मतदाताओं की संख्या में वृद्धि निकायों की सीमा के विस्तार के कारण हुई है, नये नगर पंचायतों के गठन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को भी शहरी सीमा में शामिल किया गया है.
कुमार ने बताया कि 21,23,268 मतदाता ऐसे हैं, जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में स्थानांतरित किया गया है.आयुक्त ने बताया कि एक जनवरी, 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले चार लाख 33 हजार 88 नये मतदाता पहली बार मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. राज्य में 762 नगर निकाय हैं लेकिन दो निकायों में कानूनी अड़चन है. फिलहाल उप्र सरकार ने 17 नगर निगम की 199 नगर पालिका परिषद की और 544 नगर पंचायतों की आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना बृहस्पतिवार को जारी कर दी, जिसके लिए एक सप्ताह के भीतर आपत्तियां मांगी गयी हैं. माना जा रहा है कि अप्रैल के पहले पखवाड़े में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा हो सकती है.
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