
- मेरठ की अब्दुल्ला रेजीडेंसी पर सरकारी जमीन कब्जाने के आरोपों के बाद बुलडोजर कार्रवाई की गई है.
- डीएम के आदेश पर गठित टीम ने जांच कर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा होने की पुष्टि की है.
- अब्दुल्ला रेजीडेंसी के मालिकों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने समेत कई आरोपों पर मुकदमा दर्ज हुआ है.
मेरठ में हिन्दुओं की नो एंट्री को लेकर विवादों में आई अब्दुल्ला रेजीडेंसी (Meerut Abdullaha Residency) पर बुलडोजर चल गया है, जिसके बाद सरकारी जमीन कब्जा मुक्त हो गई है. इतना ही नहीं मालिकों के खिलाफ भी सरकारी काम में बाधा डालने, सरकारी जमीन कब्जाने समेत कई आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. बता दें कि अब्दुल्ला रेजीडेंसी की शिकायत यूपी के ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर ने की थी.
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सरकारी जमीन पर कब्जा, चला बुलडोजर
अब्दुला रेजीडेंसी के भीतर सरकारी जमीन कब्जाने की शिकायत के बाद ये बुलडोजर एक्शन हुआ है. डीएम के आदेश पर गठित टीम ने जांच के बाद सरकारी जमीन पर कब्जा करने की शिकायत सही पाई. जिसके बाद पुलिस प्रशासन और आवास विकास के अफसर बुलडोजर लेकर पहुंच गए और सरकारी जमीन पर बनाई गई बाउंड्री वॉल ध्वस्त कर दी. आवास विकास परिषद मेरठ ने 310 स्क्वायर मीटर सरकारी जमीन पर बनी 112 मीटर लंबी दीवार को ध्वस्त करा दिया. भारी पुलिसबल की मौजूदगी में ये एक्शन हुआ, जिससे वहां हड़कंप मच गया.
अब्दुल्ला रेजीडेंसी में हिंदुओं की नो एंट्री
दरअसल, मेरठ की हापुड़ रोड पर बन रही अब्दुल्ला रेजीडेंसी को लेकर यूपी के ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर ने डीएम डॉ वीके सिंह से शिकायत की थी. ऊर्जा राज्य मंत्री ने आरोप लगाया था कि सरकारी जमीन कब्जा करके ये अब्दुल्ला रेजीडेंसी बनाई जा रही है. यहां षडयंत्र के तहत मुस्लिमों को ही विला, फ्लैट और प्लॉट दिए जा रहे हैं जबकि हिंदुओं की नो एंट्री है. उन्होंने गैंगस्टर का पैसा भी इस कॉलोनी में लागे जाने का गंभीर आरोप लगाया था.
सरकारी जमीन पर बनी पूरी बाउंड्री वॉल ध्वस्त
इस मामले में डीएम डॉ वीके सिंह ने एसडीएम सदर दीक्षा जोशी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की, जिसमें सीओ सिविल लाइंस अभिषेक तिवारी और एसई राजीव कुमार को भी शामिल किया गया था. टीम ने जांच कराई तो सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा मिला, जिसके बाद बुलडोजर ने सरकारी जमीन पर बनी पूरी बाउंड्री वॉल ध्वस्त कर डाली. इस मामले में अब्दुल्ला रेजीडेंसी के मालिकों जावेद इकबाल और महेंद्र गुप्ता के खिलाफ नौचंदी थाना इलाके में मुकद्दमा दर्ज कराया गया है.
हिन्दुओं को प्लॉट और विला ना देने की जांच
वहीं हिन्दुओं को अब्दुल्ला रेजीडेंसी में प्लॉट और विला ना देने के मामले की भी जांच की जा रही है. मेरठ डीएम का कहना है कि इसकी जांच करा रहें हैं और जल्द तस्वीर साफ हो जाएगी. यूपी के ऊर्जा राज्य मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर के अब्दुल्ला रेजीडेंसी के मालिकों पर आवास विकास परिषद की जमीन कब्जाने की शिकायत सही पाई गई.
महाराष्ट्र की एक रेजीडेंसी के सुर्खियों में आने के बाद पश्चिमी यूपी के मेरठ की अब्दुल्ला रेजीडेंसी का मामला भी गर्माया हुआ है. अब जांच में और क्या तस्वीर साफ होगी इस पर सभी की नजरें टिकी हैं.
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