यूपी के फ़तेहपुर जिले में जेल से छूटकर गाजीपुर कस्बे पहुंचे मौलाना फिरोज आलम के स्वागत में सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुष एवं नौजवानों ने नारे लगाए. बोले लड़ाई जारी रखी जाएगी, मौलाना बोला इंशा अल्लाह. नारेबाजी से दूसरे समुदाय द्वारा किए गए विरोध पर पुलिस सक्रिय हो गई और मौलाना समेत 19 लोगों को पकड़कर थाने ले जाकर दोबारा जेल भेज दिया.
इस मामले में गाजीपुर पुलिस का कहना है मौलाना मोहम्मद फिरोज आलम नेपाल का रहने वाला है जो फर्जी तरीके से जिले में रह रहा था. उसके ऊपर धर्मांतरण सहित कई आरोप थे. उसे जेल भेजा गया था. जेल से छूटकर आने के बाद कस्बे में मौलाना को देखकर नारे लगाए जा रहे थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया में डालकर आपसी सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा था. उसे पुनः गिरफ्तार कर कार्रवाई की गई.
आपको बता दें कि नेपाल का रहने वाला मो फिरोज आलम रिजवी, जो गाजीपुर कस्बे के एक मदरसे में इमाम था, को विगत वर्ष पुलिस ने हिन्दुओं का जबरन धर्म परिवर्तन करने के आरोप में जेल भेजा था. जेल में निरुद्ध फिरोज को शुक्रवार को हाईकोर्ट से जमानत मिली और वह रिहा हुआ. उसे शनिवार को फिर गाजीपुर पुलिस ने उसके समर्थकों के साथ सलाखों के पीछे भेज दिया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं