आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू में पशुओं की चर्बी के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद से सियासत गरमा गई है. हर तरफ बयानबाजी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग हो रही है. इस विवाद पर अब समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव का एक बयान आया है. जिसमें उन्होंने कहा कि आम आदमी के खाने में हो रही मिलावट का कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. इस संवेदनशील मामले की जांच होनी चाहिए. डिंपल यादव ने कहा कि हमने वृंदावन में भी ऐसी ही घटना के बारे में सुना है. उन्होंने कहा मिलावटी अनाज, मिलावटी तेल और घी के रूप में मिलावटी खाद्य पदार्थ समाज के हर वर्ग तक पहुंच चुके हैं."
#WATCH | Mainpuri, Uttar Pradesh | On the Tirupati Laddu Prasadam row, SP MP Dimple Yadav says, "... No cognisance is being taken about the adulteration in the common man's food... An inquiry should be carried out into this sensitive matter. We have heard about a similar incident… pic.twitter.com/qFCkBMo6Zs
— ANI (@ANI) September 22, 2024
#WATCH | Mainpuri, Uttar Pradesh | On the Tirupati Laddu Prasadam row, SP MP Dimple Yadav says, "... No cognisance is being taken about the adulteration in the common man's food... An inquiry should be carried out into this sensitive matter. We have heard about a similar incident… pic.twitter.com/qFCkBMo6Zs
— ANI (@ANI) September 22, 2024
प्रसाद के नमूने एकत्र किए
दूसरी ओर आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जाने वाले ‘प्रसादम' में कथित रूप से जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की खबर आने के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) सक्रिय हो गया है और कई जगहों से प्रसाद के नमूने एकत्र किए गए हैं.
एफएसडीए ने पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये नमूने लिये गए हैं. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद टीम ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि और गोवर्द्धन मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकानों से नमूने लिये और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा.
प्रसाद की जांच का अभियान
उन्होंने बताया कि प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि यहां बेचे जा रहे प्रसाद के रूप में भोग लगाए जाने वाले पदार्थों में किसी प्रकार की कोई मिलावट है या नहीं. सिंह ने बताया कि सोमवार से पूरे जिले में वृहद स्तर पर प्रसाद की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा. हर क्षेत्र में अलग-अलग टीमें जाकर नमूने लेकर कार्रवाई करेंगी. जहां भी प्रसाद की बिक्री खुले रूप में करते पाया जाएगा, वहां नमूने भरने का अभियान विशेष रूप से चलाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन में टीम ने लगभग 13 स्थानों से नमूने एकत्र किए थे. उन नमूनों को भी प्रयोगशाला भेजा गया है. नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट के अनुसार जिसके भी सैंपल जांच में अनुपयुक्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
सहायक आयुक्त ने बताया कि सभी दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि वह प्रसाद ही नहीं बल्कि किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थ में किसी भी तरह की मिलावट न करें. उन्होंने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसा करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- दिल्ली में अच्छा घर चाहिए, DDA करेगा आपके सपने को साकार, कल से फ्लैटों की ई-नीलामी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं