सरोजनी नायडू मेडीकल कॉलेज में अस्पताल ने लापरवाही की हद पार कर दी
- कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर एंबुलेंस का इंतजार रहा शख्स
- बीमार मां को थी सांस की दिक्कत
- आगरा के सरोजनी नायडू मेडीकल कॉलेज की घटना
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आगरा:
उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. आगरा के सरोजनी नायडू मेडीकल कॉलेज में अस्पताल ने लापरवाही की हद पार कर दी. रूनकता गांव की रहने वाली इस महिला को सांस लेने में दिक्कत होने के कारण इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था. महिला को देखने के बाद डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी वार्ड से जनरल वार्ड में शिफ्ट करने को कहा. लेकिन मुंह में ऑक्सीजन मास्क और यूरिन पाइप लगा होने के कारण महिला जनरल वार्ड में जाने में असमर्थ थी, जिसके कारण वह एम्बुलेंस का इंतजार करती रही. इस दौरान महिला का बेटा अपने कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर और हाथों में यूरिन बैग लेकर खड़ा दिखा. धूप में खड़े होकर बुजुर्ग मां और बेटा काफी देर तक एमबुलेंस का इंतजार करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई. काफी देर इंतजार करने के बाद महिला का हालत फिर से खराब हो गई, जिसके बाद दोबार उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया.
यह भी पढ़ें: झांसी मेडिकल कॉलेज में लापरवाही की हद पार, डॉक्टरों ने मरीज के कटे पैर को बना दिया तकिया
इस घटना के बाद अस्पताल की प्रशासन और यूपी सरकार की काफी आलोचना की जा रही है. इससे पहले झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली थी. यहां आये सड़क दुर्घटना में घायल युवक का डॉक्टरों ने एक पैर काटा और फिर उसका पैर सिरहाने तकिया बनाकर लगा दिया था. जिसे देख किसी के भी रोंगटे खड़े हो रहे थे. झांसी के लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम इटायल से एक स्कूल बस बच्चों को लेकर मऊरानीपुर जा रही थी, तभी रास्ते में ट्रैक्टर को बचाते समय बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके कारण बस में सवार बस क्लीनर घनश्याम समेत आधा दर्जन बच्चे घायल हो गये थे.
VIDEO: झांसी : डॉक्टरों ने मरीज के कटे पैर को बना दिया तकिया
क्लीनर की हालत गम्भीर होने के कारण झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दैरान उसका बायां पैर काट दिया. इसके बाद उसका पैर उसके सिरहाने तकिया बनाकर लगा दिया था. घायल व्यक्ति का बहनोई जानकी प्रसाद जब अस्पताल पहुंचा तो यह देख वह घबरा गया. उसने डॉक्टरों से कई बार पैर हटाने के लिए कहा, लेकिन पैर नहीं हटाया गया. आखिर में उसने स्वयं ही पैर हटाकर अलग रखा.
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इस घटना के बाद अस्पताल की प्रशासन और यूपी सरकार की काफी आलोचना की जा रही है. इससे पहले झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली थी. यहां आये सड़क दुर्घटना में घायल युवक का डॉक्टरों ने एक पैर काटा और फिर उसका पैर सिरहाने तकिया बनाकर लगा दिया था. जिसे देख किसी के भी रोंगटे खड़े हो रहे थे. झांसी के लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम इटायल से एक स्कूल बस बच्चों को लेकर मऊरानीपुर जा रही थी, तभी रास्ते में ट्रैक्टर को बचाते समय बस अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके कारण बस में सवार बस क्लीनर घनश्याम समेत आधा दर्जन बच्चे घायल हो गये थे.
VIDEO: झांसी : डॉक्टरों ने मरीज के कटे पैर को बना दिया तकिया
क्लीनर की हालत गम्भीर होने के कारण झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था, जहां डॉक्टरों ने उपचार के दैरान उसका बायां पैर काट दिया. इसके बाद उसका पैर उसके सिरहाने तकिया बनाकर लगा दिया था. घायल व्यक्ति का बहनोई जानकी प्रसाद जब अस्पताल पहुंचा तो यह देख वह घबरा गया. उसने डॉक्टरों से कई बार पैर हटाने के लिए कहा, लेकिन पैर नहीं हटाया गया. आखिर में उसने स्वयं ही पैर हटाकर अलग रखा.
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