नफरतों से भरे इस माहौल में भी इंसानियत की जीती जागती तस्वीर खीरी जिले से आई है. यहां एक मुस्लिम महिला ने रोजे तोड़कर एक हिन्दू युवक को खून डोनेट किया और उसकी जान बचाई.
दरअसल शहर के मोहल्ला मिश्राना के रहने वाले विजय कुमार रस्तोगी की हालत अचानक खराब हो गई. जिला अस्पताल लाया गया तो कहा गया कि उन्हें ब्लड की सख्त जरूरत है. विजय को पॉजिटिव ब्लड की जरूरत थी. ब्लड बैंक में भी इस ग्रुप का खून न होने के कारण समस्या बढ़ गई. परिजन बदहवास भटक रहे थे. तभी उन्हें ब्लड बैंक में काम करने वाले सुशांत सिंह मिल गए. सुशांत ने भगत सिंह निस्वार्थ सेवा समिति चलाने वाले जसपाल सिंह पाली से सम्पर्क किया. जसपाल ने समाजसेवी और सपा नेत्री तृप्ति अवस्थी से सम्पर्क किया. तृप्ति के सम्पर्क में हिदायत नगर की अलीशा खान थीं. जिनका ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप है.
इन लोगों ने अलीशा से सम्पर्क किया, पूरी बात बताई. ब्लड डोनेट करने की बात कही तो पहले अलीशा ने रोजों का हवाला दिया. पर जब उन्हें मरीज की हालत का पता चला तो वे एकदम राजी हो गईं. इंसानियत का तकाजा था सो रोजे तोड़कर अलीशा ने ब्लड डोनेट किया, जो विजय रस्तोगी को चढ़ाया गया. विजय की हालत अब ठीक है. अब अलीशा की हर तरफ प्रशंसा हो रही है. इस नफरती माहौल में लोग कर रहे हैं, यही है असली हिन्दुस्तान.
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