संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान (Abdur Rehman) को अलीगढ़ जिला प्रशासन ने शहर में दाखिल होने से रोक दिया. पूर्व आईपीएस अधिकारी अब्दुर रहमान को पकड़कर अलीगढ़ के लोढ़ा थाने ले जाया गया. उस वक्त वह दिल्ली से अलीगढ़ जा रहे थे. उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में CAA का विरोध कर रहे छात्रों को संबोधित करना था.
अब्दुर रहमान ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें पुलिस ने एक नोटिस दिया है कि AMU में उनकी मौजूदगी से कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती हैं, लिहाजा उन्होंने अब फैसला किया है कि वह प्रशासन की अनुमति लेने के बाद फिर से अलीगढ़ आएंगे. उन्होंने बताया कि उन्हें AMU स्टूडेंट्स को-आर्डिनेशन कमेटी ने नए नागरिकता कानून पर संबोधित करने के लिए बुलाया था. महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी रहमान ने बीते साल 11 दिसंबर को पद से इस्तीफा देते हुए कहा था कि उन्होंने यह कदम सांप्रदायिक और असंवैधानिक नए नागरिकता कानून के प्रति विरोध स्वरूप उठाया है.
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बताते चलें कि गोरखपुर के डॉक्टर कफील खान (Dr Kafeel Khan) को हाल ही में मुंबई से गिरफ्तार किया गया था. कफील खान पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा है. उन्होंने पिछले साल 12 दिसंबर को AMU में यह भाषण दिया था. 13 दिसंबर को उनके खिलाफ अलीगढ़ के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 153-A के तहत केस दर्ज किया गया. जिसके बाद उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UPSTF) ने बीते बुधवार को उन्हें मुंबई से गिरफ्तार कर लिया. कफील खान ने गिरफ्तारी के बाद यूपी जाने से इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि यूपी पुलिस उन्हें मुठभेड़ में मार सकती है. फिलहाल इस समय उन्हें मथुरा जेल में रखा गया है. मामले की जांच जारी है.
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