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इजरायल की यूनिट 8200 की क्यों हो रही दुनिया भर में चर्चा? मोसाद की तरह है जोरदार

Pager Attack Unit 2800: पेजर अटैक मामले में यूनिट 2800 का नाम आने से इसकी ताकत का लोहा दुनिया के बड़े-बड़े देश मानने लगे हैं. जानिए, क्या करती है ये...

इजरायल की यूनिट 8200 की क्यों हो रही दुनिया भर में चर्चा? मोसाद की तरह है जोरदार
पेजर हमलों ने हिज्बुल्लाह को बहुत नुकसान पहुंचाया है.

Lebanon Pager Explosion: लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर पेजर हमले ने इजरायली फौज की गुप्त यूनिट 8200 (Unit 8200) पर सभी का ध्यान केंद्रित कर दिया है. इसके बारे में एक पश्चिमी सुरक्षा सूत्र ने कहा कि वह ऑपरेशन की योजना बनाने में शामिल थी. इजराइल ने अब तक इस मामले में कुछ भी नहीं कहा है. मंगलवार को पेजर हमले में 12 लोगों की मौत हो गई और हजारों  हिज्बुल्लाह के लोग घायल हो गए. वहीं बुधवार को  हिज्बुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हाथ से पकड़े जाने वाले रेडियो में विस्फोट होने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई.

क्या किया यूनिट 8200 ने?

एक सीनियर लेबनानी सुरक्षा सूत्र और एक अन्य सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि इजराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद भी हिज्बुल्लाह के 5,000 पेजर के अंदर थोड़ी मात्रा में विस्फोटक लगाने के ऑपरेशन में शामिल थी. वहीं एक पश्चिमी सुरक्षा सूत्र ने बताया कि यूनिट 8200 इजरायल की एक सैन्य इकाई है. वह मोसाद का हिस्सा नहीं है. यूनिट 8200 हिज्बुल्लाह के खिलाफ ऑपरेशन के डेवलपमेंट स्टेज में शामिल थी. इस योजना को बनाने में एक साल से अधिक समय लगा था. सूत्र ने कहा कि यूनिट 8200 ऑपरेशन के तकनीकी पक्ष में शामिल थी कि वे पेजर के अंदर विस्फोटक सामग्री कैसे डाल सकते हैं.

इजरायल ने किया इन्कार

इस मामले पर इजरायली सेना ने टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया है. मोसाद की निगरानी करने वाले प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. पूर्व सैन्य खुफिया अधिकारी और अब इजरायल डिफेंस एंड सिक्योरिटी फोरम के रिसर्च डायरेक्टर योसी कुपरवासेर ने कहा कि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि हमले में सैन्य खुफिया इकाई शामिल थी, लेकिन उन्होंने कहा कि 8200 के सदस्य इजरायली सेना के सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली कर्मियों में से हैं, जो इजरायल की रक्षा क्षमताओं के केंद्र में एक इकाई में कार्यरत हैं.

8200 पर ज्यादा नहीं होती बात

योसी कुपरवासेर ने कहा, "वे जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वे बहुत बड़ी हैं, बहुत कठिन हैं और हमें इस यूनिट में शामिल होने के लिए सर्वश्रेष्ठ लोगों की आवश्यकता है." यूनिट ऐसे लोगों को चुनती है जो यंग हों और तकनीक के जरिए इंटेलिजेंस इक्ट्ठा करने में माहिर हों. इनकी तुलना अक्सर यूएस नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी से की जाती है. यूनिट की गतिविधियों के बारे में कभी बात नहीं की जाती है. एक दुर्लभ सार्वजनिक बयान में, आईडीएफ ने 2018 में कहा कि यूनिट 8200 ने पश्चिमी देश पर इस्लामिक स्टेट के हवाई हमले को विफल करने में मदद की थी. उस समय बताया गया था कि यूनिट का संचालन खुफिया जानकारी एकत्र करने और साइबर रक्षा से लेकर "तकनीकी हमलों और हमलों" को रोकने के लिए किया जाता है.

और क्या किया है 8200 ने?

यूनिट 8200 को स्टक्सनेट हमले में शामिल भी बताया जाता था. इसी हमले ने ईरानी परमाणु सेंट्रीफ्यूज को अक्षम कर दिया था. इसके साथ-साथ इजराइल के बाहर अन्य हाई-प्रोफाइल ऑपरेशनों में भी इसने अपना योगदान दिया है. यह यूनिट प्रभावी रूप से इजराइल की प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली है, और बाकी रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तरह, दक्षिणी इजरायल पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले का पता लगाने में विफल रहने के लिए कुछ दोष भी इसके कंधों पर हैं. इसके कमांडर ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह पद छोड़ रहे हैं. अपने त्याग पत्र में उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना मिशन पूरा नहीं किया है.

8200 की ये हैं खूबियां?

यह यूनिट अपनी कार्य संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है, जो उन मुद्दों से निपटने के लिए आउट-ऑफ-द-बॉक्स सोच पर जोर देती है, जिनका पहले सामना नहीं किया गया था या जिनकी कल्पना नहीं की गई थी. इससे कुछ ऐसे लोग भी निकलें हैं, जिन्होंने इजरायल के उच्च-तकनीकी क्षेत्र में कुछ सबसे बड़ी कंपनियों का निर्माण किया. फिर चाहे वह सॉफ्टवेयर की कमजोरी हो या गणित, एन्क्रिप्शन की समस्या हो या किसी भी चीज को हैक करने की समस्या हो. ये सब में माहिर होते हैं.

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