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सावन में काशी विश्वनाथ के कैसे होंगे दर्शन और जलाभिषेक, क्या हैं नियम, जानिए

11 जुलाई से पवित्र सावन महीने की शुरुआत हो रही है. इस बार सावन में गर्भ गृह में भक्तों को केवल झांकी दर्शन की अनुमति मिलेगी .स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी. प्रोटोकॉल वीआईपी लोगों के दर्शन पर रोक रहेगी.

सावन में काशी विश्वनाथ के कैसे होंगे दर्शन और जलाभिषेक, क्या हैं नियम, जानिए
  • काशी विश्वनाथ धाम में सावन की तैयारियां शुरू हो गई हैं.
  • भक्तों को गर्भगृह में केवल झांकी दर्शन की अनुमति होगी.
  • सुरक्षा के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर से निगरानी की जाएगी.
  • भक्तों के लिए चिकित्सा काउंटर और पेयजल की व्यवस्था रहेगी.
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काशी विश्वनाथ धाम में सावन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. मंदिर न्यास की ओर से सावन के महीने में बैगेज काउंटर को बंद करने का निर्णय लिया गया है. 11 जुलाई से सावन के महीने की शुरुआत हो रही है और इसके साथ सुरक्षा की हाई टेक व्यवस्था के साथ ड्रोन और हेलीकॉप्टर से निगरानी होगी. इस रिपोर्ट के जरिए जानिए सावन के महीने में करोड़ों श्रद्धालुओं कैसे संभालेगा प्रशासन.  

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बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में तैयारियां जोर-शोर से

बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में सावन महीने को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. हर साल की तरह इस बार भी लाखों शिवभक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए काशी पहुंचेंगे. भीड़ को देखते हुए काशी विश्वनाथ धाम में खास इंतजाम किए गए हैं. 11 जुलाई से पवित्र सावन महीने की शुरुआत हो रही है. इस बार सावन में गर्भ गृह में भक्तों को केवल झांकी दर्शन की अनुमति मिलेगी .स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी. प्रोटोकॉल वीआईपी लोगों के दर्शन पर रोक रहेगी. सामान्य भक्त बनकर ही दर्शन किए जा सकेंगे. मंदिर प्रशासन ने ये फैसला व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए लिया है. वहीं जलाभिषेक के लिए प्लास्टिक के कमंडल माला फूल प्रसाद के लिए प्लास्टिक की थैली के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा. मंदिर के चारों द्वारों से भक्तों को प्रवेश मिलेगा. चार चिकित्सा काउंटर बनाए गए हैं, जिसमे डॉक्टरों की टीम तैनात रहेगी. भक्तों के लिए गुड़ और पेयजल की व्यवस्था  रहेगी.

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गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं

काशी विश्वनाथ धाम से विश्व भूषण मिश्र (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) ने इस बाबत पूरी जानकारी दी है. पूरे सावन महीने में कोई भी श्रद्धालु गर्भगृह के अंदर प्रवेश नहीं कर सकेगा. हालांकि शिवभक्त चारों द्वारों से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक और दर्शन जरूर कर पाएंगे. यह व्यवस्था सावन के पूरे महीने तक लागू रहेगी ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और सभी भक्त आसानी से दर्शन कर सकें .

भव्य तरीके से स्वागत, होगी पुष्प वर्षा

सावन महीने में जो भी शिवभक्त काशी विश्वनाथ धाम में आएंगे, उनका स्वागत भव्य तरीके से पुष्प वर्षा के जरिए किया जाएगा. मंदिर न्यास के वरिष्ठ अधिकारी खुद इसकी निगरानी करेंगे. इसके अलावा मंदिर पहुंचने वाले मार्गों पर मैटिंग की व्यवस्था की जा रही है ताकि शिवभक्तों को चलने में कोई दिक्कत न हो और बारिश में फिसलन से बचा जा सके. सावन की चिलचिलाती  धूप और उमस से भक्त परेशान न हो या वर्षा में भक्त भीगे नहीं इसके लिए मंदिर के चौक पर जर्मन हैंगर लगाए गए हैं. अनुमान है कि करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे. सावन के सोमवार या सावन शिवरात्रि में सात से आठ लाख भक्तों के यहां पहुंचने की उम्मीद है.

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रूट डायवर्जन सहित कई नियम होंगे लागू

शहर के बाहर से जो श्रद्धालु काशी आएंगे उनके लिए भी खास व्यवस्था होगी. मंदिर के आसपास रूट डायवर्जन सहित कई और भी नियम लागू रहेंगे. सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था होगी. काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा बाकी शिवालय पर खास व्यवस्था होगी.

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