
रियल स्टेट कारोबारी समूह अंसल ग्रुप की मुश्किलें थमती नजर नहीं आ रही है. मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंसल ग्रुप की कारस्तानियों की आलोचना विधानसभा में की थी. साथ ही उन्होंने एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था. योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अंसल ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है. मालूम हो कि अंसल प्रॉपर्टीज और उसके प्रमोटर्स पर होम बायर्स के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के अमीन अर्पित शर्मा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है.
अंसल ग्रुप पर किन धाराओं में दर्ज हुई प्राथमिकी
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अंसल बिल्डर पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-316(5), 318(4), 61(2), 352, 351(2), 338, 336(3), 340(2), 111 और प्रिवेन्शन ऑफ डेमेज टु पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट-1984 की धारा 3 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा- सपा का एक नमूना है अंसल ग्रुप
उल्लेखनीय हो कि मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था, "अंसल ने एक भी होम बायर के साथ धोखा किया तो उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी. दोषियों को सजा दिलाने के लिए पाताल से भी खोजकर लाएंगे." योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अंसल ग्रुप समाजवादी पार्टी का ही एक नमूना है. सपा के समय में ही इसकी अवैध मांगों को पूरा किया गया.
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
- अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रा लि. प्रमोटर
- प्रणव अंसल
- सुशील अंसल
- सुनील कुमार गुप्ता
- फेरन्सेटी पैट्रिका अटकिंशन
- विनय कुमार सिंह डायरेक्टर
बताते चले कि लखनऊ में 5 हज़ार से ज़्यादा लोगों के पैसे एक दशक से ज़्यादा समय से अंसल ग्रुप में फंसे हुए हैं. अब तक ना ज़मीन मिली और ना उनके पैसे ही वापस हुए. ऐसे में अब जब अंसल समूह के दिवालिया होने की ख़बर निवेशकों को मिली तो लखनऊ में उन्होंने प्रदर्शन किया. मामला मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचा.
यह भी पढ़ें - अंसल समूह दिवालिया घोषित, CM योगी बोले- एक भी बायर से धोखा किया तो पाताल से भी निकालकर सजा दिलाएंगे
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं