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हादसा या चूक? गंगा में कैसे डूब गए स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर

डूबते समय आदित्य वर्धन ने बचाने के लिए शोर मचाया, तो साथी प्रदीप ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद नाविक से डूब रहे मित्र को बचाने की गुहार लगाई. लेकिन समय पर सहायता नहीं मिलने के कारण वो पानी में डूब गए.

हादसा या चूक? गंगा में कैसे डूब गए स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर
कानपुर:

कानपुर में साथियों के साथ गंगा में नहाने गए बनारस स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव डूब गए. एनडीआरएफ की टीम और गोताखोर उन्हें खोजने में जुटे हैं. लेकिन अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया है. मुख्यमंत्री के निजी सचिव और आदित्य वर्धन के चचेरे भाई आईएएस अनुपम कुमार कानपुर घाट पहुंचे. उन्होंने मौके पर मौजूद एसडीएम से रेस्क्यू की जानकारी ली. एसडीएम के मुताबिक तीन बोट गंगा नदी में आदित्य वर्धन को ढूंढ़ रही हैं.

कैसे हुआ हादसा?
बताया जाता है कि आदित्य वर्धन अपने तीन दोस्तों के साथ गंगा स्नान करने नानामऊ घाट गए थे. जहां वो स्नान करते समय अचानक गहरे पानी में चले गए. साथियों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक वो गंगा की तेज धारा में बह गए. घटना के बाद आदित्य वर्धन के परिजनों में चीख-पुकार मच गई है.

नाविक ने की पैसे की मांग
डूबते समय आदित्य वर्धन ने बचाने के लिए शोर मचाया, तो साथी प्रदीप ने घाट पर ही नाव के ऊपर मौजूद नाविक से डूब रहे मित्र को बचाने की गुहार लगाई. इस पर उसने 10 हजार रुपये तुरंत उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की. प्रदीप तिवारी ने उसे पैसे दिए भी, हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और आदित्य वर्धन गंगा नदी की तेज धारा में गायब हो गए. बाद में नाविक अपनी नाव गंगा तट पर ही छोड़कर मौके से भाग निकला.

पत्नी जज और बहन ऑस्ट्रेलिया में उच्च पद पर हैं तैनात
गंगा में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन गौरव की पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं. घटना की सूचना मिलते ही वो भी वहां से घर के लिए निकलीं. वहीं बहन आस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात हैं. आदित्य वर्धन गौरव के चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं. 

आदित्य वर्धन के बारे में...
डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली अंतर्गत बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के ग्राम कबीरपुर खंभौली के रहने वाले हैं. उनके पिता रमेश चंद्र सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं. वो मौजूदा समय में लखनऊ के मोहल्ला अलीगंज में मकान बनाकर रह रहे हैं.

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