यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश द्विवेदी (Dr Satish Dwivedi) के भाई के EWS यानी दुर्बल आय वर्ग के कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर बनने पर विवाद हो गया है. आरोप है कि मंत्री ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर भाई को सिद्धार्थ यूनिवर्सिटी में साइकोलॉजी विभाग में दुर्बल आय वर्ग के कोटे से असिस्टेंट प्रोफेसर बनवा दिया है जबकि उनकी हैसियत ज़्यादा है.
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी और और उनके भाई अरुण द्विवेदी ने इन आरोपों को गलत बताया है. सतीश द्विवेदी का कहना है कि उनके भाई को नौकरी उनकी योग्यता से मिली है. और उनकी आमदनी को उनके भाई की आमदनी से नहीं जोड़ना चाहिए.
जबकि अरुण द्विवेदी का कहना है कि उनकी आमदनी दुर्बल आय वर्ग में आती है. सरकार के नियम के मुताबिक दुर्बल आय वर्ग में वे लोग आते हैं जिनकी सालाना आमदनी आठ लाख से ज़्यादा न हो. उनका कहना है कि इसके पहले उन्होंने राजस्थान और हरियाणा में दो और जगह पढ़ाया है, जहां उनकी तनख्वाह इससे कम थी.
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