
- उत्तर प्रदेश एटीएस ने एक संगठित धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए खुद को सूफी संत बताने वाले छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया है.
- गिरोह पर विदेशी फंडिंग, करोड़ों की संपत्ति खरीद, प्रेमजाल और प्रलोभन के जरिए सैकड़ों लोगों का अवैध धर्मांतरण कराने का आरोप है.
- छांगुर बाबा खुद को हजरत जलालुद्दीन पीर बाबा के रूप में प्रोजेक्ट करता था. वह बलरामपुर के उतरौला में धर्मांतरण का बड़ा नेटवर्क चला रहा था.
यूपी एटीएस ने हाल ही में अवैध तरीके से धर्मांतरण करवाने के आरोपी में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है. इस मामले पर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी. उन्होंने कहा कि आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए एक उदाहरण बने. सीएम योगी का रिएक्शन ऐसे समय में आया है जब बलरामपुर में जलालुद्दीन के घर पर बुलडोजर एक्शन हुआ है.
हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालउद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 8, 2025
उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। आरोपी और…
ऐसी सजा दी जाएगी समाज के लिए उदाहरण बने
सीएम योगी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालुद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं.'' उन्होंने आगे लिखा, ''उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी. आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है. उन्हें कानून के अनुसार ऐसी सजा दी जाएगी, जो समाज के लिए एक उदाहरण बने.''
अवैध धर्मांतरण कराने का आरोप
यूपी एटीएस ने एक संगठित धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए खुद को सूफी संत बताने वाले छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. गिरोह पर विदेशी फंडिंग, करोड़ों की संपत्ति खरीद, प्रेमजाल और प्रलोभन के जरिए सैकड़ों लोगों का अवैध धर्मांतरण कराने का आरोप है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी एलओ अमिताभ यश ने बताया था कि छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन खुद को हजरत जलालुद्दीन पीर बाबा के रूप में प्रोजेक्ट करता है. जानकारी मिली थी कि वह बलरामपुर के उतरौला में धर्मांतरण का बड़ा नेटवर्क चला रहा था. इसकी जांच एसटीएफ ने की. ग्रुप के एजेंट युवाओं को प्रेमजाल में फंसाकर धर्मांतरण कराते हैं. इसके अलावा नाबालिगों का भी धर्मांतरण गैंग द्वारा करवाया गया. इनके 40 खातों में विदेशों से 100 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई, जिसका इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया गया.
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