
- मुख्यमंत्री योगी ने बिजली विभाग की बैठक में कहा कि यूपी में बिजली और पैसों की कोई कमी नहीं है.
- उन्होंने अधिकारियों को ट्रिपिंग, ओवरबिलिंग और अनावश्यक बिजली कटौती पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया.
- मुख्यमंत्री ने कमजोर फीडरों की पहचान कर तकनीकी सुधार, ट्रांसफार्मर क्षमता बढ़ाने और शिकायत समाधान पर जोर दिया.
उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर चल रही चर्चा के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बिजली विभाग की बड़ी समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यूपी में ना पैसों की कमी है और ना बिजली की. ऐसे में आम जनता को निर्बाध बिजली आपूर्ति में अगर लापरवाही हुई तो अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई जरूर की जाएगी. उन्होंने अफसरों को दो टूक शब्दों में कहा कि ट्रिपिंग,ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती अब किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी. सुधार करना ही होगा.
योगी बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊर्जा विभाग की बैठक में अधिकारियों से कहा कि बिजली व्यवस्था अब केवल तकनीकी या प्रशासनिक विषय नहीं, बल्कि जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है. उन्होंने कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है, सरकार ने बिजली प्रोडक्शन, सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन को मजबूत करने के लिए रिकॉर्ड बजट उपलब्ध कराया है. ऐसे में किसी स्तर पर लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बिजली विभाग की इस बैठक में मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि जून 2025 में गर्मी की वजह से उत्तर प्रदेश ने रिकॉर्ड 31,486 मेगावाट की अधिकतम बिजली मांग सफलतापूर्वक पूरी की है. इस दौरान 16,930 मिलियन यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई. लगातार बढ़ रही उमस और तापमान ने बिजली की ज़रूरत को अचानक से बढ़ा दिया. अधिकारियों का दावा है कि इतनी भारी मांग होने के बावजूद शहरी क्षेत्रों में औसतन 24 घंटे, तहसील स्तर पर 21.5 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे तक बिजली उपलब्ध कराई गई है.
योगी ने कहा- कमजोर जगहों की पहचान कर तुरंत सुधार करें
अधिकारियों के इन दावों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रिपिंग की लगातार आ रही शिकायतों पर गहरी नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि हर फीडर की तकनीकी जांच हो, कमजोर जगहों की पहचान कर तुरंत सुधार कराया जाए. उन्होंने कहा कि जहां ज़रूरत हो, वहां ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता तुरंत बढ़ाई जाए ताकि ओवरलोडिंग की स्थिति न बने. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि फील्ड से मिलने वाली वास्तविक शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द हो ताकि जनता को राहत मिले.
उपभोक्ता को हर महीने सही समय पर स्पष्ट और सटीक बिल मिले
बिलिंग व्यवस्था पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर उपभोक्ता को हर महीने सही समय पर स्पष्ट और सटीक बिल मिलना चाहिए. फॉल्स या ओवरबिलिंग जैसी शिकायतें आम जनता का भरोसा तोड़ती हैं, जिससे विभाग की साख को नुकसान होता है. यह किसी भी स्थिति में नहीं होना चाहिए. एफएम ने बिलिंग एफिशिएंसी बढ़ाने पर ज़ोर दिया. उन्हें जानकारी दी गई कि अब तक 31 लाख उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से जोड़े जा चुके हैं और इस प्रक्रिया को ब्लॉक स्तर तक ले जाने का कार्य तेज़ी से जारी है.
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