
- जबरन धर्मांतरण के शिकार हरजीत कश्यप ने छांगुर के गुर्गों के खिलाफ धमकाने का आरोप लगाने हुए एफआईआर दर्ज कराई है.
- हरजीत ने 3 जुलाई को लखनऊ में मीडिया के सामने छांगुर पर जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप लगाया था.
- आरोप है कि 7 जुलाई को हरजीत को तीन लोगों ने घेरकर मारपीट की और 24 घंटे में बयान न बदलने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी.
जलालुद्दीन उर्फ छांगुर ने पहले तो धर्म बदलवाया, हिंदू से मुस्लिम बनाया और फिर इस जबरन धर्मांतरण के खिलाफ पुलिस और मीडिया में बयान दिया तो छांगुर के गुर्गे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. पीड़ित हरजीत कश्यप ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है. एफआईआर के मुताबिक, छांगुर के गुर्गों ने सारे हिंदुओं को देख लेने तक की धमकी दे डाली. कहा कि योगी सरकार जाने पर हिंदुओं का हिसाब किया जाएगा.
घटना उत्तर प्रदेश के बलरामपुर की है. हरजीत कश्यप, कभी छांगुर के यहां ही काम करता था. छांगुर के प्रभाव और दबाव में आकर उसने धर्म परिवर्तन कर लिया. छांगुर के इस धर्मांतरण मॉड्यूल और उसके नापाक इरादों के बारे में एक के बाद एक खुलासा होने के बाद बीते 3 जुलाई को उसने वापस हिंदू धर्म अपनाया. उसने पुलिस में छांगुर के खिलाफ बयान भी दिया, जिसके बाद उसके गुर्गों ने अंजाम भुगतने की धमकी दी.
'24 घंटे के भीतर बयान बदल लो, वरना...'
FIR के मुताबिक, हरजीत कश्यप ने 3 जुलाई 2025 को लखनऊ में मीडिया के सामने ये बयान दिया था कि जलालुद्दीन उर्फ छांगुर पीर, जो मधपुर गांव का रहने वाला है, उस पर जबरन धर्मांतरण का दबाव बना रहा है. इस बयान के बाद पुलिस ने संबंधित मामले में कार्रवाई भी की थी.
हरजीत का आरोप है कि 7 जुलाई को जब वह गैड़ास बुजुर्ग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दवा लेने जा रहा था, तभी उतरौला चौराहा, डुमरियागंज रोड पर पहले से मौजूद तीन लोगों, रियाज, नवाब और कमालुद्दीन ने उसे घेर लिया. आरोपियों ने हरजीत के साथ मारपीट की, गालियां दीं और धमकी दी कि 24 घंटे के भीतर वह लखनऊ जाकर अपना बयान बदल ले, वरना अंजाम भुगतना पड़ेगा.

इसके बाद हरजीत ने बलरामपुर में छांगुर के सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. धमकाने के आरोप वाले इस एफआईआर में छांगुर नामजद आरोपी नहीं, लेकिन तहरीर में छांगुर का जिक्र है.
'हिंदुओं का हिसाब किया जाएगा'
FIR में ये भी आरोप लगाया गया है कि हमलावरों ने यह कहा कि पाकिस्तान में रहते हो, मुस्लिमों से बगावत करते हो, जब मौजूदा सरकार जाएगी तब 'हिंदुओं का हिसाब' किया जाएगा. साथ ही ये चेतावनी भी दी गई कि छांगुर के खिलाफ आवाज उठाने वालों को मिटा दिया जाएगा.
पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 115(2), 351(3), 352 और 126(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है. अनिल यादव को जांच अधिकारी बनाया गया है. शिकायतकर्ता ने पुलिस ने जान-माल की सुरक्षा की मांग की है.
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