विज्ञापन

मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में VIP दर्शन बंद, टाइमिंग भी बदली, जानें लिए गए क्या-क्या फैसले

मंदिर भवन और परिसर की संरचनात्मक मजबूती की जांच के लिए आईआईटी रुड़की से आंतरिक स्ट्रक्चर ऑडिट कराने पर भी सहमति हुई है.

मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में VIP दर्शन बंद, टाइमिंग भी बदली, जानें लिए गए क्या-क्या फैसले
  • श्री बांके बिहारी जी मंदिर की मैनेजमेंट कमेटी ने वीआईपी पर्ची व्यवस्था समाप्त
  • गर्मियों और सर्दियों के अनुसार सुबह और शाम के लिए दर्शन के अल-अलग समय
  • मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए भी लिए गए अहम फैसले
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मथुरा:

उत्तर प्रदेश के मथुरा के प्रसिद्ध श्री बांके बिहारी जी मंदिर की हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी की हालिया बैठक में श्रद्धालुओं की सुविधा और मंदिर की सुरक्षा को लेकर कई अहम फैसले लिए हैं. बैठक में वीआईपी पर्ची की व्यवस्था को समाप्त करने पर सर्वसम्मति बनी, जिससे अब सभी भक्त समान रूप से दर्शन कर सकेंगे. इससे अब आम भक्तों को वो परेशानियां नहीं उठानी पड़ेगी, जो कि वीआईपी पर्ची की वजह से उठानी पड़ रही थी.

मंदिर के दर्शन टाइम में बदलाव

गर्मियों में सुबह 7:15 बजे से 12:30 बजे तक और शाम 4:15 से 9:30 बजे तक भक्त भगवान के दर्शन कर सकेंगे. वहीं सर्दियों में दर्शन सुबह 8:15 से 1:30 बजे तक और शाम 4 से 9 बजे तक होंगे. आरती के समय भी नए सिरे से तय किए गए हैं. इसके अलावा दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था को भी मंजूरी दी गई है. साथ ही, मंदिर की चल-अचल संपत्तियों का विवरण 15 दिनों में प्रस्तुत करने और 2013 से 2016 तक की अवधि का विशेष ऑडिट कराने का निर्णय लिया गया है.

  • वीआईपी पर्ची को बंद किए जाने पर सहमति
  • सिक्योरिटी में लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई
  • आईआईटी रुड़की से ऑडिट कराने पर सहमति
  • भक्तों के लिए मंदिर की टाइम में भी बदलाव
  • दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग पर भी बनी सहमति
  • 2013 से 2016 तक का स्पेशल ऑडिट होगा
  • मंदिर के लिए एक कमेटी भी बनाई जाएगी
  • मंदिर के लिए इन्वेंटरी बनाई जाएगी
  • संयुक्त हस्ताक्षर से समिति के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी

गर्भगृह के पास बंद कमरे की जांच

मंदिर गर्भगृह के पास स्थित बंद कमरे को खोलने के लिए एक विशेष कमेटी गठित की गई है, जिसमें ऑडिटर, सिविल जज, एसीएम वृंदावन, क्षेत्राधिकारी वृंदावन और गोस्वामी समाज के एक सदस्य होंगे और कमरे की वीडियोग्राफी कर इन्वेंटरी तैयार की जाएगी और समिति के सामने पेश की जाएगी.

कमेटी ने किए क्या-क्या बदलाव

मैनजमेंट कमेटी ने तय किया कि मंदिर में प्रवेश केवल निर्धारित प्रवेश द्वार से और निकास केवल निकास द्वार से ही होगा. इस व्यवस्था को लागू करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तीन दिनों के भीतर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड्स को अपने निर्धारित ड्यूटी प्वाइंट्स पर ही तैनात रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही किसी भी प्रकार की लापरवाही पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा विधिक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, मौजूदा प्राइवेट सिक्योरिटी को हटाकर बेहतर एजेंसी या रिटायर्ड सैनिकों वाली एजेंसी को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है.

(एनडीटीवी के लिए सौरभ की रिपोर्ट)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com