
अक्सर हम सोचते हैं कि वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card) सिर्फ वोट डालने के लिए काम आता है. लेकिन सच यह है कि यह छोटा सा कार्ड कई बड़े कामों में काम आता है. बहुत सारे लोग इसके फायदे नहीं जानते और इसे केवल मतदान करने का जरिया मान लेते हैं. अगर आपके पास वोटर आईडी (Voter ID) है तो बहुत अच्छा है, और नहीं है तो इसे जरूर बनवा लें क्योंकि यह डॉक्यूमेंट आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में कई बार काम आ सकता है.
यहां हम आपको बताएंगे कि वोटर आईडी कार्ड क्या है ...ये क्यों जरूरी है और वोट देने के अलावा इसके क्या-क्या फायदे (Voter ID Benefits)हैं.
वोटर कार्ड क्या है और ये क्यों जरूरी है?
भारत में वोट डालने के लिए वोटर आईडी कार्ड जिसे वोटर कार्ड या EPIC (Electors Photo Identity Card) भी कहा जाता है, दिखाना जरूरी होता है.वोटर कार्ड सबसे पहले इस बात की पुष्टि करता है कि आप वोट डालने के लिए पात्र (Eligible) हैं. इस कार्ड पर छपा यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर, नाम, पता और फोटो मिलाकर आपकी पहचान को वेरिफाई किया जाता है.
इसके अलावा, वोटर कार्ड का एक बड़ा काम फ्रॉड यानी धोखाधड़ी रोकना भी है. चुनाव अधिकारी इस कार्ड पर दिए गए डिटेल्स से यह जांच सकते हैं कि कोई व्यक्ति एक ही चुनाव में अलग-अलग पहचान से दो बार वोट न डाल सके.
वोटर कार्ड पर होती है खास डिटेल्स
भारत जैसे बड़े और घनी आबादी वाले देश में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित रखने में वोटर कार्ड बेहद अहम भूमिका निभाता है.वोटर कार्ड पर खास डिटेल्स होती हैं, जैसे- वोटर का सीरियल नंबर, जारी करने वाली अथॉरिटी का सिग्नेचर और अन्य जरूरी जानकारी. इसके बिना मतदाता संख्या और टर्नआउट पर नजर रखना लगभग नामुमकिन हो जाएगा.
ज्यादातर वोटर्स को ये पता नहीं होता कि वोटर आईडी के फायदे क्या-क्या हैं... आइए जानते हैं...
वोटक कार्ड के फायदे (Voter ID Card Benefits):
मतदान के लिए जरूरी
लोकतंत्र में सबसे बड़ा अधिकार है वोट देना और यह अधिकार सिर्फ वोटर आईडी कार्ड होने पर ही मिलता है. बिना वोटर कार्ड के आप मतदान नहीं कर सकते. यह साबित करता है कि आप भारत के रजिस्टर्ड वोटर हैं और अपने क्षेत्र से नेता चुनने का हक रखते हैं.
पहचान का भरोसेमंद सबूत
वोटर आईडी कार्ड को सबसे मजबूत पहचान पत्र माना जाता है. चाहे बैंक अकाउंट खोलना हो, इंश्योरेंस करवाना हो, कॉलेज में एडमिशन लेना हो या ऑफिस में जॉइन करना हो, हर जगह यह पहचान के तौर पर स्वीकार किया जाता है. इसमें लिखा नंबर आपकी पहचान को सरकारी स्तर पर भी वेरिफाई करने में काम आता है.
पते की दिक्कत नहीं
अगर आपके पास स्थायी पता नहीं है या आप किराए के मकान में रहते हैं तो भी वोटर आईडी काम आता है. यानी यह आपके लिए एड्रेस प्रूफ की झंझट से छुटकारा दिला सकता है. जो लोग बार-बार एक शहर से दूसरे शहर शिफ्ट होते हैं, उनके लिए यह बहुत उपयोगी है.
दूसरे राज्य से भी डाल सकते हैं वोट
अगर आप अपनी पढ़ाई या नौकरी की वजह से अपने राज्य से बाहर रह रहे हैं, तो भी वोटर आईडी के जरिए वहां की मतदाता सूची में नाम जुड़वाकर वोट डाल सकते हैं. यह प्रवासी मजदूरों और स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है.
फर्जी वोटिंग से बचाव
चुनाव के समय वोटर आईडी यह सुनिश्चित करता है कि सिर्फ वही लोग वोट डालें जिनका नाम लिस्ट में है. इससे फर्जी वोटिंग कम होती है और चुनाव प्रक्रिया साफ और पारदर्शी रहती है.
सभी के लिए आसान पहचान
भारत जैसे देश में जहां अब भी बहुत सारे लोग ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, उनके लिए वोटर आईडी बहुत काम की चीज है. यह एक आसान और भरोसेमंद पहचान पत्र है जिससे हर नागरिक अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकता है.देश के भीतर ट्रेन या हवाई यात्रा के दौरान पहचान दिखाने के लिए वोटर आईडी कार्ड इस्तेमाल किया जा सकता है.
पासपोर्ट बनवाने में जरूरी
पासपोर्ट या वीजा के लिए डॉक्यूमेंट जमा करने पड़ते हैं। यहां भी वोटर आईडी को एक वैध डॉक्यूमेंट के तौर पर माना जाता है.
सरकारी योजनाओं का लाभ
कई सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ लेने के लिए भी वोटर आईडी एक अहम डॉक्यूमेंट है।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि वोटर आईडी कार्ड सिर्फ वोट डालने के लिए नहीं बल्कि आपकी पहचान और रोजमर्रा के कामों के लिए भी उतना ही जरूरी है.
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