अगर आपने हाल ही में लोन चुका दिया है या क्रेडिट कार्ड का पूरा बकाया क्लियर किया है, तो अब आपको क्रेडिट स्कोर सुधरने के लिए महीनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के नए नियमों से क्रेडिट स्कोर अपडेट होने की रफ्तार तेज हो गई है और 2026 में यह और भी तेज होने वाली है. इसका सीधा फायदा उन लोगों को मिलेगा जो पहली बार घर खरीदना चाहते हैं, नया लोन लेना चाहते हैं या अपना बिगड़ा हुआ क्रेडिट स्कोर सुधारना चाहते हैं.
क्रेडिट स्कोर अपडेट में क्या बदला?
जनवरी 2025 से RBI ने बैंकों और NBFC को निर्देश दिया है कि वे क्रेडिट ब्यूरो को महीने में कम से कम दो बार डेटा भेजें. पहले यह अपडेट 30 से 45 दिन में होता था. अब लोन प्री-पेमेंट या क्लोज करने का असर लगभग दो हफ्ते में ही दिखने लगता है.
2026 से वीकली अपडेट का प्रस्ताव
RBI ने 2026 से क्रेडिट स्कोर को हर 7 दिन में अपडेट करने का प्रस्ताव रखा है. इसके तहत 7, 14, 21, 28 और महीने के आखिरी दिन क्रेडिट डेटा रिफ्रेश किया जाएगा. यानी अगर आपने क्रेडिट कार्ड बंद किया, EMI समय पर चुकाई या कोई गलती सुधरवाई, तो उसका असर कुछ ही दिनों में क्रेडिट रिपोर्ट में नजर आ सकता है.
अक्सर लोग सोचते हैं कि क्रेडिट स्कोर महीने में एक बार तय होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. जब भी आपका क्रेडिट डेटा अपडेट होता है या कोई बैंक आपकी रिपोर्ट चेक करता है, उस समय उपलब्ध जानकारी के आधार पर स्कोर बनता है. पेमेंट में देरी, नया लोन, या समय पर चुकाई गई EMI, इन सबका असर तुरंत आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है.
SMS और ईमेल अलर्ट से बढ़ी सुरक्षा
अब जब भी कोई बैंक या फाइनेंशियल ऑर्गनाइजेशन आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देखती है, तो आपको SMS या ईमेल अलर्ट मिलेगा. इससे अगर कोई आपके नाम पर धोखाधड़ी से लोन या कार्ड लेने की कोशिश करता है, तो आपको तुरंत इसकी जानकारी मिल जाएगी.
डिफॉल्ट से पहले चेतावनी जरूरी
RBI के नियमों के मुताबिक, किसी अकाउंट को डिफॉल्ट घोषित करने से पहले बैंक को ग्राहक को सूचित करना होगा. इससे ग्राहक को समय पर भुगतान करने का मौका मिलेगा और बिना वजह क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा.
शिकायत का जल्दी समाधान
अगर क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती है और 30 दिन में समाधान नहीं होता, तो ग्राहक को हर दिन 100 रुपये का मुआवजा मिल सकता है. इससे बैंकों और क्रेडिट ब्यूरो पर समय पर सुधार करने का दबाव बढ़ेगा.
ग्राहकों को क्या मिलेगा फायदा?
- समय पर भुगतान करने वालों का क्रेडिट स्कोर जल्दी सुधरेगा
- लोन और क्रेडिट कार्ड की मंजूरी तेज होगी
- बेहतर क्रेडिट स्कोर पर कम ब्याज दर मिल सकती है
- क्रेडिट सुधारने वालों के लिए रिकवरी टाइम घटेगा
यानी जो लोग पहले भुगतान में चूक कर चुके हैं और अब अपनी आदतें सुधार रहे हैं, उन्हें दोबारा अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में कम समय लगेगा. RBI के ये बदलाव क्रेडिट सिस्टम को ज्यादा पारदर्शी, तेज और ग्राहकों के हित में बना रहे हैं. अब क्रेडिट स्कोर सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि आपकी मौजूदा वित्तीय स्थिति को दर्शाने वाला पैमाना बन गया है.
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