Sovereign Gold Bond scheme: अगले हफ्ते सोने में निवेश करने का सबसे सुनहरा मौका आने जा रहा है. अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. सरकार आम जनता को सस्ता सोना खरीदने का ऑफर दे रही है. अगले हफ्ते यानी सोमवार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की तीसरी सीरीज सब्सक्रिप्शन के लिए खोली जा रही है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की तीसरी सीरीज (Sovereign Gold Bond Scheme 2022-23 – Series III) 19 दिसंबर से 23 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुली रहेगी. इन 5 दिनों के दौरान सस्ती दरों पर गोल्ड बांड (Gold Bond) खरीदने का यह आखिरी मौका है. ऐसे में आप इस सुनहरे मौके को हाथ से बिल्कुल मत जानें दें.
चलिए बताते हैं आपको सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में आप कैसे निवेश कर सकते हैं और इसमें निवेश करना आपके लिए कितना फायदेमंद रहने वाला है.
गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,409 रुपये प्रति दस ग्राम तय
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 की तीसरी सीरीज का ऐलान किया है. इसके तहत गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 5,409 रुपये प्रति दस ग्राम तय किया गया है. आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को पेमेंट बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक के अलावा अन्य किसी भी बैंकों सहित स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंजों जैसे एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) के जरिये खरीद सकते हैं.
गोल्ड बॉन्ड की ऑनलाइन खरीद पर मिलेगा खास ऑफर
भारत सरकार ने आरबीआई के साथ मिलकर एक समझौता किया है. जिसके अनुसार, जो निवेशक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए आवेदन और भुगतान दोनों ऑनलाइन माध्यम से करेंगे, उन्हें 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी जाएगी. इसका मतलब है कि गोल्ड बॉन्ड में ऑनलाइन निवेश करना अधिक सस्ता पड़ेगा. अगर आप ऑनलाइन गोल्ड बॉन्ड खरीदते हैं तो इसके लिए इश्यू प्राइस 5,359 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है.
मैच्योरिटी पीरियड के बाद मिलने वाला रिटर्न होगा टैक्स फ्री
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है. इसमें निवेश करने पर निवेशकों को सरकार 2.50 फीसदी का ब्याज देती है, जो छमाही आधार पर बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है. इसमें सबसे खास बात ये है कि है कि मैच्योरिटी पीरियड के बाद मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से टैक्स फ्री (Tax Free) होता है. इतना ही नहीं, इसमें आपको 5 साल के बाद अगले ब्याज भुगतान तारीख के समय गोल्ड बॉन्ड निवेश से बाहर निकलने का भी ऑप्शन दिया जाता है.
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