
- ICICI बैंक ने मेट्रो और अर्बन क्षेत्रों में मिनिमम एवरेज बैलेंस की रकम में इजाफा कर दिया है
- सरकारी बैंकों ने मिनिमम बैलेंस के नियम खत्म किए हैं जबकि प्राइवेट बैंक इस नियम के तहत पेनल्टी चार्ज कर रहे हैं
- प्रमुख सरकारी बैंक जैसे SBI, केनरा बैंक, इंडियन बैंक, PNB और BOB ने मिनिमम बैलेंस नियम को खत्म कर दिया है
ICICI बैंक ने हाल ही में अपने सेविंग्स अकाउंट्स (Saving accounts) के लिए मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB) को लेकर नया नियम लागू किए हैं, जिसमें ग्राहकों के मिनिमम बैलेंस की रकम को कई गुना बढ़ा दिया गया. इस नियम के सामने आते ही सोशल मीडिया पर ICICI बैंक को लोग अमीरों का बैंक कहने लगे हैं. हालांकि मिनिमम एवरेज बैलेंस भारत में कोई नई कहानी नहीं है. प्राइवेट बैंक के साथ सरकारी बैंक भी इस नियम के साथ चलते थे. वहीं, अगर ग्राहक बैंकों की शर्तों को पूरा नहीं कर पाते तो पब्लिक बैंक की तरफ से जुर्माना भी लगा दिया जाता था.
इस खबर में आपको बताते हैं कि ICICI बैंक की तरफ से कितना मिनिमम एवरेज बैलेंस में इजाफा किया है. साथ ही सरकारी बैंकों के नियम क्या हैं. दूसरे प्राइवेट बैंक जैसे HDFC और Axis बैंक मिनिमम बैलेंस ना रखने पर पेनल्टी चार्ज कर रहे हैं. इसके अलावा पेनल्टी या जुर्माना के तौर पर सरकारी बैंक कितनी कमाई कर चुके हैं.
क्या है मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB)
आप जब भी किसी बैंक में सेविंग अकाउंट खोलते हैं तब आपसे कहा जाता है कि एक मिनिमम बैलेंस मेंटेंन करके रखना होगा. इसे मंथली अकाउंट बैलेंस (MAB) भी कहते हैं. मिनिमम बैंलेस कितना होगा, ये बैंक और अकाउंट के बेस पर अलग-अलग हो सकता है. वहीं अगर इसे अमाउंट को मेंटेन नहीं किया जाता तब बैंक आपसे पेनल्टी वसूलना शुरू कर देता है.
ICICI बैंक ने कहा है कि, अब मेट्रो और अर्बन एरिया में रहने वालों को अपने अकाउंट में हर महीने औसतन 50,000 रुपये रखने होंगे, जो पहले सिर्फ 10,000 रुपये था. यानी, सीधे पांच गुना बढ़ोतरी. वहीं, सेमी-अर्बन इलाकों में ये रकम 5,000 से बढ़कर 25,000 रुपये हो गई है, और रूरल एरिया में 5,000 की जगह अब 10,000 रुपये रखने होंगे. अगर ऐसा ग्राहक नहीं कर पाते हैं तो पेनल्टी भी भुगतनी पड़ेगी.
सरकारी बैंकों का क्या है हाल
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने 5 साल पहले ही मिनिमम एवरेज बैलेंस के नियम को खत्म कर दिया था. यानी स्टेट बैंक के ग्राहक बिना किसी चिंता के जरूरत के हिसाब से अपने खाते में पैसा रख सकते हैं.
- केनरा बैंक (Canara Bank)
भारतीय स्टेट बैंक के बाद केनरा बैंक ने जून 2025 में अपने सभी सेविंग, सैलरी और NRI अकाउंट्स से एवरेज मंथली बैलैंस( Average Monthly Balance - AMB) के नियम को हटा दिया. इससे पहले मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर बैंक की तरफ से भारी-भरकम जुर्माना लगाया जाता था.
- इंडियन बैंक (Indian Bank)
7 जुलाई 2025 से इंडियन बैंक ने अपनी पॉलिसी में कई बड़े बदलाव किए थे, जिसमें मिनिमम बैलेंस की शर्त को खत्म कर दिया था. इंडियन बैंक की तरफ से जानकारी दी गई थी कि ग्राहकों की सुविधा को आगे ले जाना ही बैंक का मकसद है. इसलिए किसी भी खाते पर इस तरह के नियमों को खत्म किया जा रहा है.
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
देश को दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने भी 1 जुलाई 2025 को बड़ा फैसला लिया, जिसमें बताया गया कि मिनिमम एवरेज बैलेंस की शर्त को ग्राहकों की सुविधा के लिए हटा दी गई है. अब ग्राहक अपनी जरूरत के हिसाब से खाते में कितना भी पैसा रख सकते हैं.
- बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda)
पंजाब नेशनल बैंक के साथ ही 1 जुलाई 2025 को बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी जीरो बैलेंस की सुविधा अपने ग्राहकों को दे दी. मिनिमम बैलेंस के साथ ग्राहकों पर कोई भी पेनल्टी नहीं लगेगी. बैंक की तरफ से कहा गया कि नॉर्मल सेविंग अकाउंट्स पर मिनिमम बैलेंस का नियम लागू नहीं होगा, हालांकि प्रीमियम खातों के ग्राहकों को एक निश्चित राशि रखना जरूरी है.
प्राइवेट बैंको के क्या हैं नियम?
- HDFC बैंक
HDFC बैंक में जिन ग्राहकों के सेविंग अकाउंट हैं, उन्हें अर्बन एरिया के लिए 10,000 रुपए का एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) बैलेंस बनाए रखना होगा. सेमी-अर्बन शाखाओं के लिए, HDFC बैंक की एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) 5,000 रुपए रखना जरूरी है, वहीं रूरल एरिया में 2,500 रुपए की एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) होना जरूरी है.
पेनल्टी की बात करें तो अर्बन एरिया में 600 रुपए, सेमी-अर्बन और रूरल एरिया में 300 रुपए तक की पेनल्टी बैंक लगा रहा है.
- एक्सिस बैंक
एक्सिस बैंक में सेमी-अर्बन या ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 10,000 रुपए का एवरेज मंथली बैलेंस (AMB) रखना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो जितना अमाउंट कम रहेगा बैंक उस पर 6% की पेनल्टी लगा देगा. हालांकि नए नियमों के अनुसार बैंक अभी ज्यादा से ज्यादा 600 रुपये तक पेनल्टी लगा रहा है.
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