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This Article is From Oct 22, 2022

त्योहारी सीजन में ऑफर की भरमार, साइबर फ्रॉड का द्वार; जानें- कैसे बचें ऑनलाइन फ्रॉड से?

ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए और विशेषकर ऑनलाइन पेमेंट करते हुए सावधानी जरूर बरतें.

नई दिल्ली:

त्योहारी सीजन में ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने वालों की संख्या में इजाफा हो जाता है. आजकल लोग बाजार में जाने की बजाय घर पर बैठे-बैठे ऑनलाइन शॉपिंग करना ज्यादा पसंद करते हैं. इस दौरान पेमेंट के लिए ऑनलाइन मोड का इस्तेमाल भी किया जाता है. क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग और UPI जैसे ऑप्शन का इस्तेमाल करके शॉपिंग की जा रही है. अगर आपने सावधानी नहीं बरती तो आप भी ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं.

त्योहार के मौके पर कई कंपनियां कई तरह के ऑफर लॉन्च करती हैं. इसका फायदा उठाकर साइबर अपराधी ठगी को अंजाम देते हैं. कई बार फर्जी कंपनी और फर्जी प्रोडेक्ट्स के विज्ञापन आते हैं. जिनमें प्रोडेक्ट्स बेहद कम दाम पर बेचने का लालच दिया जाता है. जैसे ही आप उनके जाल में फंसे, आप ठगी का शिकार हो जाएंगे. 

इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग करते हुए और विशेषकर ऑनलाइन पेमेंट करते हुए सावधानी जरूर बरतें. 

फ्रॉड से कैसे बचें :-

फेक ऐप डाउनलोड ना करें :
आज कल बहुत सारे फेक ऐप बाजार में आ गए हैं.  ऐसे में भी जिस भी ऐप पर आपको संदेह हो, उसे कभी भी डाउनलोड ना करें. उदाहरण के तौर पर आजकल लोगों के मोबाइल पर मैसेज आ रहे हैं कि आपका बिजली बिल अपडेट नहीं हुआ है, आप अपडेट करवा लीजिए. वरना आपका कनेक्शन काट दिया जाएगा. ऐसे में लोग उस मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल करते हैं, कॉल उठाने वाला आपसे एक ऐप डाउनलोड करवाता है. उसे डाउनलोड करने के बाद एक कोड आता है, जो वह आपसे मांगता है. आपके कोड देते ही आपकी पूरी स्क्रीन को वह हैक कर लेता है. ऐसे में जब भी कोई आप ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, उसे आपकी लॉगिन डिटेल पता चल जाती है. ऐसे में वह आपके अकाउंट से पैसे उड़ा सकता है. 

फ्रॉड मेल से बचें : 
आपके मेल बॉक्स में बहुत मेल आते हैं. कई बार ऐसे मेल भी आते हैं, जिनमें लिखा होता है कि आपकी लॉटरी लगी है या आपके अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया गया है. ऐसे में कोई भी संदिग्ध मेल को ना खोलें. अगर खोल भी लिया है तो उसमें दिए गए किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें. ऐसे मेल को तुरंत अपने मेल बॉक्स से हटा दें.

सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दूर रहें :
सोशल मीडिया के जरिए भी साइबर क्राइम को अंजाम दिया जा रहा है. आपके सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए कोई अनजान आपसे पहले दोस्ती करता है, फिर वह आपको गिफ्ट भेजने की बात करता है. वह आपको कहेगा कि मैं विदेश से आपके लिए बेशकीमती गिफ्ट भेज रहा हूं, आपको केवल कस्टम ड्यूटी देनी होगी. आपका वह फ्रॉड फ्रेंड आपका एड्रेस से लेकर मोबाइल नंबर तक सब कुछ ले लेता है. फिर एक दिन किसी का कस्टम ऑफिसर बनकर कॉल आता है कि आपका सामान आ गया है, आप कस्टम ड्यूटी पे कर दिजिए. फिर वह आपसे अपने अकाउंट में कस्टम ड्यूटी के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवा लेता है. 

इतना ही नहीं, इसके बाद वह फेक कस्टम ऑफिसर आपको ब्लैकमेल करना शुरू कर देता है. वह आपको धमकाना शुरू कर देता है कि आपके सामान का जो पैकेट आया है, उसमें कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनकी कस्टम ड्यूटी क्लियर नहीं करने पर पुलिस आपको गिरफ्तार करने आपके घर पहुंच जाएगी. जिसके बाद आप डर से उसके जाल में फंस सकते हैं. यह पूरी एक गैंग होती है, जो कि बहुत ही सिस्टमेटिक ढंग से काम करती है.

पासवर्ड बदलते रहें : 
अपने सोशल मीडिया अकाउंट या बैंक अकाउंट्स का पासवर्ड वक्त-वक्त पर बदलते रहें. और पासवर्ड क्रिएट करते समय ध्यान रखें कि पासवर्ड स्ट्रॉंग रखें. कई बार लोग याद रखने के चक्कर में सभी तरह के अकाउंट्स का एक ही पासवर्ड रखते हैं. लेकिन आपको इससे बचना चाहिए. ऐसे में आपके ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, UPI पिन भी अलग-अलग रखें और उन्हें कुछ समय बाद बदलते रहें.

फ्री wifi, पब्लिक साइबर कैफे का इस्तेमाल ना करें : 
कई बार लोग फ्री वाई-फाई इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं, इससे बचना चाहिए. इस दौरान आपकी बैंकिंग डिटेल्स हैक होने की संभावना ज्यादा होती है. पब्लिक साइबर कैफे में जाकर बैंकिंग का किसी भी तरह का काम ना करें. साइबर कैफे का इस्तेमाल किसी और काम के लिए भी करते हैं तो काम होने के बाद अपनी सारी हिस्ट्री डिलिट कर दें.

फ्रॉड कॉल से बचें, OTP शेयर ना करें :
लोन, क्रेडिट कार्ड और अन्य सर्विसेज को लेकर कई फ्रॉड कॉल आते रहते हैं. ऐसे कॉल रिसीव ना करें, अगर आपने कॉल उठा भी लिया तो उनकी कोई भी बात ना मानें. इसके साथ ही किसी से भी अपने किसी भी तरह के OTP शेयर ना करें. 

UNSECURED साइट ना खोलें : 
इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए कोई भी ऐसी वेबसाइट ना खोलें, जो UNSECURED हो. ऐसी साइट्स खोलने पर आपकी गोपनीय जानकारी लीक हो सकती है. जिस भी वेबसाइट का यूआरएल https (Hypertext Transfer Protocol Secure) से शुरु होता है, वह सुरक्षित होती है. इसके अलावा दूसरी वेबसाइट खोलने से बचना चाहिए. इससे बचने के लिए आपका ब्राउजर भी आपको कई बार सचेत करता है. उसे इग्नोर ना करें.

फ्रॉड का शिकार होने पर क्या करें :
अगर आप ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो तुरंत साइबर क्राइम सेल में अपनी शिकायत दर्ज कराएं. इसके साथ ही जिस भी माध्यम जैसे कार्ड या नेट बैंकिंग से फ्रॉड हुआ है. उसे ब्लॉक करा दें और बैंक में भी अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी दें. साइबर क्राइम सेल के लिए आप संबंधित वेबसाइट पर जाकर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. वहीं, अगर कोई आपको ब्लैकमेल कर रहा है तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएं.

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