World | Edited by: वर्तिका |सोमवार मार्च 7, 2022 01:44 PM IST Ukraine Crisis: शांतिवाद की एक लंबी परंपरा रही है और इसके पैरोकारों में लियो टॉल्स्टॉय के रूप में एक प्रसिद्ध रूसी भी शामिल है. चूंकि, उन्होंने 1880-1910 के आसपास हुई सभी हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा की, लिहाजा इस बात के प्रबल सबूत हैं कि अहिंसक प्रतिरोध हिंसक प्रतिरोध से अधिक प्रभावी है, यहां तक कि तानाशाही के खिलाफ भी.