1962 का युद्ध
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
''यह परनाना नेहरू का भारत नहीं'' : चीनी खतरे पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी ने किया पलटवार
- Friday December 16, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: सूर्यकांत पाठक |
भारत द्वारा चीन से युद्ध के खतरे को नजरअंदाज करने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को कहा कि वह भ्रम फैलाने और सैनिकों का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं. पार्टी ने कहा कि यह जवाहरलाल नेहरू का 1962 का भारत नहीं है.
- ndtv.in
-
"1962 में युद्ध के समय भी पीएम नेहरू ने..." चीन से विवाद के बीच थरूर ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
- Wednesday December 14, 2022
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: समरजीत सिंह |
शशि थरूर ने कहा कि आज सरकार किसी चर्चा की जगह पर सिर्फ एक बयान देकर इतने बड़े मुद्दे से बचती दिख रही है. सरकार का संसद के प्रति भी कुछ जिम्मेदारी है, उसे सही तरीके से निभाना जरूरी है.
- ndtv.in
-
अरुणाचल प्रदेश में चीनी गांव पर NDTV की रिपोर्ट का अमेरिकी रक्षा विभाग ने किया उल्लेख
- Thursday November 4, 2021
- Reported by: विष्णु सोम, Translated by: गुणातीत ओझा |
यह विवादित गांव त्सारी चू नदी के तट पर और अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है. यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां 1962 के युद्ध से पहले भी भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़पें हुई हैं.
- ndtv.in
-
पूर्वी लद्दाख में रात के समय भी सघन अभियान चला रही वायुसेना, गश्त करते दिखे अपाचे हेलीकॉप्टर
- Tuesday July 7, 2020
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: नवीन कुमार |
बता दें कि 1962 में चीन के साथ हुई जंग में वायुसेना का लड़ाई के लिए इस्तेमाल नहीं हुआ था. कई जानकार मानते हैं कि तब युद्ध का नतीजा अनुकूल न निकलने की ये भी एक वजह थी, लेकिन इस बार वायुसेना भी पूरी तरह तैयार रखा गया है.
- ndtv.in
-
जानिए भारत को अपना चुके चीनी युद्धबंदी की कहानी, जो नहीं चाहता दोनों देशों के बीच युद्ध
- Monday June 22, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: तूलिका कुशवाहा |
ये कहानी है एक ऐसे युद्ध बंदी की जो कि 1962 की जंग में गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और फिर अगले सात सालों तक देश की अलग अलग जेलों में युद्ध बंदी की तरह रहा. आजाद हुआ तो उसने भारत को ही अपना घर बना लिया.
- ndtv.in
-
India-China Face off: भारत के साथ हुई झड़प के बाद अमेरिकी सीनेट में 'बहुमत के नेता' मिच मैककोनेल ने गिनाईं चीन की करतूतें
- Friday June 19, 2020
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: मानस मिश्रा |
पूर्वी लद्दाख के गलवान में घाटी में भारतीय सेना के साथ हुई झड़प के बाद चीन के खिलाफ अमेरिका अब खुलकर सामने आ रहा है. अमेरिका के एक टॉप सीनेटर ने साफ-साफ कहा है कि इस घटना के पीछे चीन की सेना का ही हाथ रहा होगा. जिसने उकसाने का काम किया है. सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैककोनेल ने कहा, 'उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इलाके को हथियाने के उद्देश्य से चीन सेना पीएलए ने ही सबसे पहने हिंसा को उकसाया होगा. जिसके बाद 1962 के बाद इतनी बड़ी हिंसा हुई है.
- ndtv.in
-
मेजर शैतान सिंह ने बचाया था लद्दाख, चीन के 1300 सैनिकों को 120 भारतीय जवानों ने चटाई थी धूल
- Monday November 18, 2019
- Written by: अर्चित गुप्ता |
18 नवंबर (November 18) देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है. वर्ष 1962 में आज ही के दिन रेजांगला (Rezang La) में भारतीय जवानों ने अपने साहस और पराक्रम का परिचय देते हुए चीन के 1300 सैनिकों को मार गिराया था. वहीं, 120 में से 114 सैनिक चीनी सेना के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए थे. लद्दाख की बर्फीली चोटी पर स्थित रेजांगला पोस्ट पर हुए युद्ध (Rezang La Battle) की गौरवगाथा अद्वितीय है.
- ndtv.in
-
परमवीर चक्र विजेता 'सूबेदार जोगिंदर सिंह' का ट्रेलर रिलीज, जोश से भर देगा ये अंदाज
- Friday March 9, 2018
- Written by: नरेंद्र सैनी |
सूबेदार जोगिंदर सिंह सिख रेजिमेंट के असाधारण सैनिकों में से एक थे, जिन्हें भारत-चीन युद्ध 1962 के दौरान राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा के लिए, असाधारण साहस और उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार-परम वीर चक्र से नवाजा गया.
- ndtv.in
-
चीन के लिए आसान नहीं होगा युद्ध का फैसला, जानें इसके पीछे के 6 कारण
- Saturday August 12, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क |
डोकलाम में चीन और भारत आमने-सामने हैं, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं इस मुद्दे पर आक्रामक होने के बावजूद चीन भी युद्ध नहीं चाहता.फिर भारत तो अपना रुख साफ कर ही चुका है.
- ndtv.in
-
चीनी मीडिया का बड़ा बयान : ... तो फिर भारत को 1962 से बड़ा नुकसान होगा
- Wednesday July 5, 2017
- Written by: राजीव मिश्र |
भारत और चीन के बीच डोका ला में जारी सीमा विवाद दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. करीब एक महीने से जारी इस विवाद के चलते इस इलाके में दोनों और से सेना का जमावड़ा नॉन कॉम्बेटिव मोड में बढ़ता जा रहा है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में भारत को कड़ा सबक सिखाने की बात कही गई.
- ndtv.in
-
यदि आज भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ जाए तो...!
- Monday July 3, 2017
- राजीव रंजन |
चीन तो क्या, यह बात हर कोई जानता है कि अब लड़ाई किसी देश के बूते की बात नहीं है. हां, बस इसके नाम पर दबाव जरूर बनाया जा सकता है. सच्चाई यह है कि भारत, अमेरिका और जापान की दोस्ती चीन को रास नहीं आ रही है, लिहाजा वह दबाव बनाने के लिए यह सब कर रहा है.
- ndtv.in
-
भारत में 50 साल गुजारने के बाद बीजिंग लौटा यह 77 साल का चीनी सैनिक वांग
- Sunday February 12, 2017
- Edited by: प्रतीक शेखर |
साल 1962 में चीन-भारत युद्ध के बाद रास्ता भटककर भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने वाला चीनी सैनिक वांग भारत में 50 साल गुजारने के बाद शनिवार को बीजिंग पहुंचा, जहां से वह शांक्शी प्रांत स्थित अपने घर जाएगा.
- ndtv.in
-
वायुसेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार : एयरचीफ मार्शल अरूप राहा
- Tuesday October 4, 2016
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: सूर्यकांत पाठक |
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरूप राहा ने कहा कि वायुसेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है. एयरचीफ ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि दोतरफा युद्ध होने के हालात में भी वायुसेना अपने विरोधियों को सजा देने में सक्षम है लेकिन इसके इस्तेमाल पर फैसला सरकार को करना है.
- ndtv.in
-
''यह परनाना नेहरू का भारत नहीं'' : चीनी खतरे पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर बीजेपी ने किया पलटवार
- Friday December 16, 2022
- Reported by: भाषा, Edited by: सूर्यकांत पाठक |
भारत द्वारा चीन से युद्ध के खतरे को नजरअंदाज करने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शुक्रवार को कहा कि वह भ्रम फैलाने और सैनिकों का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहे हैं. पार्टी ने कहा कि यह जवाहरलाल नेहरू का 1962 का भारत नहीं है.
- ndtv.in
-
"1962 में युद्ध के समय भी पीएम नेहरू ने..." चीन से विवाद के बीच थरूर ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
- Wednesday December 14, 2022
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: समरजीत सिंह |
शशि थरूर ने कहा कि आज सरकार किसी चर्चा की जगह पर सिर्फ एक बयान देकर इतने बड़े मुद्दे से बचती दिख रही है. सरकार का संसद के प्रति भी कुछ जिम्मेदारी है, उसे सही तरीके से निभाना जरूरी है.
- ndtv.in
-
अरुणाचल प्रदेश में चीनी गांव पर NDTV की रिपोर्ट का अमेरिकी रक्षा विभाग ने किया उल्लेख
- Thursday November 4, 2021
- Reported by: विष्णु सोम, Translated by: गुणातीत ओझा |
यह विवादित गांव त्सारी चू नदी के तट पर और अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है. यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां 1962 के युद्ध से पहले भी भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़पें हुई हैं.
- ndtv.in
-
पूर्वी लद्दाख में रात के समय भी सघन अभियान चला रही वायुसेना, गश्त करते दिखे अपाचे हेलीकॉप्टर
- Tuesday July 7, 2020
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: नवीन कुमार |
बता दें कि 1962 में चीन के साथ हुई जंग में वायुसेना का लड़ाई के लिए इस्तेमाल नहीं हुआ था. कई जानकार मानते हैं कि तब युद्ध का नतीजा अनुकूल न निकलने की ये भी एक वजह थी, लेकिन इस बार वायुसेना भी पूरी तरह तैयार रखा गया है.
- ndtv.in
-
जानिए भारत को अपना चुके चीनी युद्धबंदी की कहानी, जो नहीं चाहता दोनों देशों के बीच युद्ध
- Monday June 22, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: तूलिका कुशवाहा |
ये कहानी है एक ऐसे युद्ध बंदी की जो कि 1962 की जंग में गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और फिर अगले सात सालों तक देश की अलग अलग जेलों में युद्ध बंदी की तरह रहा. आजाद हुआ तो उसने भारत को ही अपना घर बना लिया.
- ndtv.in
-
India-China Face off: भारत के साथ हुई झड़प के बाद अमेरिकी सीनेट में 'बहुमत के नेता' मिच मैककोनेल ने गिनाईं चीन की करतूतें
- Friday June 19, 2020
- Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: मानस मिश्रा |
पूर्वी लद्दाख के गलवान में घाटी में भारतीय सेना के साथ हुई झड़प के बाद चीन के खिलाफ अमेरिका अब खुलकर सामने आ रहा है. अमेरिका के एक टॉप सीनेटर ने साफ-साफ कहा है कि इस घटना के पीछे चीन की सेना का ही हाथ रहा होगा. जिसने उकसाने का काम किया है. सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैककोनेल ने कहा, 'उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इलाके को हथियाने के उद्देश्य से चीन सेना पीएलए ने ही सबसे पहने हिंसा को उकसाया होगा. जिसके बाद 1962 के बाद इतनी बड़ी हिंसा हुई है.
- ndtv.in
-
मेजर शैतान सिंह ने बचाया था लद्दाख, चीन के 1300 सैनिकों को 120 भारतीय जवानों ने चटाई थी धूल
- Monday November 18, 2019
- Written by: अर्चित गुप्ता |
18 नवंबर (November 18) देश के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है. वर्ष 1962 में आज ही के दिन रेजांगला (Rezang La) में भारतीय जवानों ने अपने साहस और पराक्रम का परिचय देते हुए चीन के 1300 सैनिकों को मार गिराया था. वहीं, 120 में से 114 सैनिक चीनी सेना के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए थे. लद्दाख की बर्फीली चोटी पर स्थित रेजांगला पोस्ट पर हुए युद्ध (Rezang La Battle) की गौरवगाथा अद्वितीय है.
- ndtv.in
-
परमवीर चक्र विजेता 'सूबेदार जोगिंदर सिंह' का ट्रेलर रिलीज, जोश से भर देगा ये अंदाज
- Friday March 9, 2018
- Written by: नरेंद्र सैनी |
सूबेदार जोगिंदर सिंह सिख रेजिमेंट के असाधारण सैनिकों में से एक थे, जिन्हें भारत-चीन युद्ध 1962 के दौरान राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा के लिए, असाधारण साहस और उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार-परम वीर चक्र से नवाजा गया.
- ndtv.in
-
चीन के लिए आसान नहीं होगा युद्ध का फैसला, जानें इसके पीछे के 6 कारण
- Saturday August 12, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क |
डोकलाम में चीन और भारत आमने-सामने हैं, लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं इस मुद्दे पर आक्रामक होने के बावजूद चीन भी युद्ध नहीं चाहता.फिर भारत तो अपना रुख साफ कर ही चुका है.
- ndtv.in
-
चीनी मीडिया का बड़ा बयान : ... तो फिर भारत को 1962 से बड़ा नुकसान होगा
- Wednesday July 5, 2017
- Written by: राजीव मिश्र |
भारत और चीन के बीच डोका ला में जारी सीमा विवाद दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. करीब एक महीने से जारी इस विवाद के चलते इस इलाके में दोनों और से सेना का जमावड़ा नॉन कॉम्बेटिव मोड में बढ़ता जा रहा है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में भारत को कड़ा सबक सिखाने की बात कही गई.
- ndtv.in
-
यदि आज भारत और चीन के बीच युद्ध छिड़ जाए तो...!
- Monday July 3, 2017
- राजीव रंजन |
चीन तो क्या, यह बात हर कोई जानता है कि अब लड़ाई किसी देश के बूते की बात नहीं है. हां, बस इसके नाम पर दबाव जरूर बनाया जा सकता है. सच्चाई यह है कि भारत, अमेरिका और जापान की दोस्ती चीन को रास नहीं आ रही है, लिहाजा वह दबाव बनाने के लिए यह सब कर रहा है.
- ndtv.in
-
भारत में 50 साल गुजारने के बाद बीजिंग लौटा यह 77 साल का चीनी सैनिक वांग
- Sunday February 12, 2017
- Edited by: प्रतीक शेखर |
साल 1962 में चीन-भारत युद्ध के बाद रास्ता भटककर भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने वाला चीनी सैनिक वांग भारत में 50 साल गुजारने के बाद शनिवार को बीजिंग पहुंचा, जहां से वह शांक्शी प्रांत स्थित अपने घर जाएगा.
- ndtv.in
-
वायुसेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार : एयरचीफ मार्शल अरूप राहा
- Tuesday October 4, 2016
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: सूर्यकांत पाठक |
वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरूप राहा ने कहा कि वायुसेना किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है. एयरचीफ ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि दोतरफा युद्ध होने के हालात में भी वायुसेना अपने विरोधियों को सजा देने में सक्षम है लेकिन इसके इस्तेमाल पर फैसला सरकार को करना है.
- ndtv.in