जब भारत और पड़ोसी देश चीन के बीच तनाव दशकों के चरम पर चल रहा है, चीनी सेना का एक पूर्व जवान है, जो दोनों देशों के बीच शांति की इच्छा रखता है. ये कहानी है एक ऐसे युद्ध बंदी की जो कि 1962 की जंग में गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और फिर अगले सात सालों तक देश की अलग अलग जेलों में युद्ध बंदी की तरह रहा. आजाद हुआ तो उसने भारत को ही अपना घर बना लिया, यहीं शादी हुई और यहीं रच-बस गया. भारत की सरकार और यहां के लोगों ने भी उसे प्यार और सम्मान दोनों ही दिया. बॉर्डर पर तनाव है और उसकी पथराई आंखें जो जंग देख चुकी हैं और नहीं चाहतीं कि फिर दोनों देश जंग में आमने-सामने हों.